मुंगेली: मुंगेली में खुलेआम वन विभाग के डिप्टी रेंजर के साथ ग्रामीणों ने बीच सड़क पर मारपीट की. इतना ही नहीं डिप्टी रेंजर की सरकारी वर्दी और सरकारी कागजात भी फाड़ डाले. इसके बाद पैदल डिप्टी रेंजर को मारते हुए पुलिस के पास छोड़ कर ग्रामीण फरार हो गए.
जानिए क्या है पूरा मामला: ये पूरा मामला मुंगेली के लोरमी क्षेत्र का है. यहां के खुड़िया वन परिक्षेत्र में तैनात डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे 10 मई को फॉरेस्ट विभाग के प्रदेश स्तरीय अधिकारियों के दौरा कार्यक्रम में ड्यूटी कर रहे थे. एपीसीसीएफ संगीता गुप्ता विभागीय काम से क्षेत्र के दौरे पर थीं. ऐसे में सीसीएफ बिलासपुर, डीएफओ मुंगेली समेत पूरा वन अमला अधिकारियों के दौरा कार्यक्रम में व्यस्त था. बताया जा रहा है कि अधिकारियों की वापसी के बाद जब बाइक से डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे अपने एक साथी सहकर्मी नरेंद्र उपाध्याय के साथ लौट रहे थे, इसी दौरान सरगढ़ी के पास 30 से 35 ग्रामीणों ने उनका रास्ता रोक लिया. इसके बाद ग्रामीणों ने जमकर प्रबल दुबे की पिटाई कर दी. मारते हुए ग्रामीण प्रबल दुबे को पुलिस के पास ले जाकर वहां से फरार हो गए.
इस बात से नाराज थे ग्रामीण: बताया जा रहा है कि 24 नवंबर 2023 को सरगढ़ी के जंगल में करंट की वजह से एक हाथी की मौत हो गई थी. इस केस में कुछ लोगों को बीते 5 मई को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. ये आरोपी दूसरे दिन 6 मई को जमानत पर छूट कर आए. इसी बात से नाराज ग्रामीणों ने प्रबल दुबे के साथ मारपीट की. पिटाई के बाद घायल डिप्टी रेंजर को लोरमी के सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
पहले भादुराम कोलाम, उत्तम ध्रुव, अशोक मरावी और झिरिया निवासी सुभाष परस्ते ने हमला किया. इस दौरान हमलावरों ने वर्दी भी फाड़ दी. पास में रखे सरकारी दस्तवेजों को भी फाड़ दिया. -प्रबल दुबे, घायल डिप्टी रेंजर
मौके से फरार हुए जिम्मेदार अधिकारी: अंदरूनी सूत्रों से ये भी जानकारी मिली कि डिप्टी रेंजर के साथ हुए हादसे के बाद एसडीओ और रेंजर भी थाने पहुंचे. उस समय भी ग्रामीण काफी आक्रोशित थे और उनका गुस्सा अधिकारियों पर उतर जाता, लेकिन थाने में मौजूद स्टाफ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस को संभाला और एसडीओ रेंजर के साथ डिप्टी रेंजर को वहां से अस्पताल इलाज के लिए भेजा. इस पूरे मामले में शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.