शिमला: बेशक कांग्रेस हाईकमान ने राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बना रखी थी. लेकिन हिमाचल प्रदेश की सियासत में इस बार प्रभु राम एक बड़ा मुद्दा बन गया है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद से भाजपा को राम नाम की लहर से अपनी चुनावी नैया पार लगाने की उम्मीद है, वहीं विक्रमादित्य सिंह भी भाजपा के जय श्री राम नाम के नारे को अपना बना चुके हैं.
सोशल मीडिया पोस्ट में बार-बार श्री राम का नाम: कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने भी राम नाम के सहारे मंडी सीट पर चुनाव रण जीतने की रणनीति तैयार की है. पीडब्ल्यूडी मंत्री का सोशल मीडिया अकाउंट भी प्रभु राम के नाम से अटा हुआ है. पिछले करीब दो सप्ताह में सोशल मीडिया अकाउंट पर विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया अकाउंट में 18 पोस्टें डाली हैं, जिसमें 10 पोस्टों में प्रभु श्री राम का नाम जिक्र किया गया है.
मंडी सीट पर कंगना रनौत v/s विक्रमादित्य सिंह: हिमाचल में आखिरी चरण 1 जून को मतदान होना है. प्रदेश की चार लोकसभा सीटों सहित विधानसभा की छह सीटों पर उपचुनाव होना है. भाजपा ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के चुनाव मैदान उतारा है. जिनका मुकाबला हिमाचल की राजनीति में पांच दशक से अधिक समय किंग रहे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र और वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह के पुत्र युवा मंत्री विक्रमादित्य सिंह से है.
श्री राम का नाम लेकर विक्रमादित्य ने भरा नामांकन: विक्रमादित्य सिंह ने वीरवार को प्रभु श्री राम और अपनी कुलदेवी मां भीमकाली का नाम लेकर नामांकन पत्र दाखिल किया. इसके बाद विक्रमादित्य सिंह ने सेरी मंच पर चुनावी जनसभा को संबोधित किया. जिसकी पोस्ट भी विक्रमादित्य सिंह ने जय श्री राम के नाम से सोशल मीडिया पर शेयर की है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, "आज मां भीमाकाली और प्रभु श्री राम के साथ नामांकन भरने के बाद अपने परिवार का आशीर्वाद, प्यार और अभिवादन स्वीकार किया.
'मेरा परिवार भाजपा से अधिक सनातनी': विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा के जय श्री राम को अपना बना चुके हैं. वे सनातन को लेकर भाजपा पर खुलकर प्रहार भी करते रहे हैं. वहीं विक्रमादित्य सिंह कहते हैं वो और उनका परिवार भाजपा से अधिक सनातनी हैं.
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