सिरोंज (विदिशा)। जिले के सिरोंज ग्राम टोकरा के रहने वाले अफसर और कदीर ने सिरोंज के पुराना बस स्टैंड की एक किराना दुकान से 15 लीटर की तेल की केन खरीदी. रविवार रात इस तेल परिवार में सब्जी बनाई गई. इस सब्जी को खाने के बाद 20 वर्षीय रिजवान, 24 वर्षीय अफसर, 55 वर्षीय रहिसन बी और 18 साल की तरन्नुम की तबीयत खराब हो गई. सभी को उल्टी, दस्त, पेट दर्द की शिकायत हो गई.
पहले सिरोंज के अस्पताल में कराया भर्ती
सोमवार को सिरोंज के सिविल अस्पताल में इनका उपचार चला, लेकिन तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ तो परिजन सभी को लेकर शाम को भोपाल रवाना हो गए. शाम को परिजन थाने सूचना देने गए तो जवाब मिला कि यह खाद्य विभाग का मामला है, जिससे तेल लिया था उस दुकानदार ने कहा कि तेल की केन वापस कर दो और पैसे वापस ले लो. परेशान परिजनों ने बताया कि हम चाहते हैं कि तेल की जांच हो ताकि सच्चाई सामने आए. कोई गरीब मिलावटी खाने के तेल का शिकार न हो.
चारों बीमार लोगों को भोपाल किया रेफर
इसके बाद कुछ लोगों ने जिला खाद्य अधिकारी को कॉल किया गया लेकिन फोन रिसीव नहीं किया गया. इलाज करने वाले डॉ. गोलू जाटव का कहना है कि हो सकता है कि खाने के तेल से फूड प्वाइजनिंग हो गया हो. बारिश के मौसम समय दूसरे कारण भी हो सकते हैं. जैसे सब्जी खराब होना आदि. जांच के बाद ही सही कारण पता चलेगा.
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बारिश के मौसम में खाने-पीने में सावधान जरूरी
डॉ. गोलू जाटव का कहना है "हो सकता है कि खाने के तेल से फूड प्वाइजनिंग हो गया हो. बारिश के मौसम में खाने-पीने की चीजों पर बहुत सावधानी रखने की जरूरत है. दूषित पानी, भोजन करने से उल्टी-दस्त की शिकायत हो सकती है." डॉक्टर्स का कहना है कि ये पक्के तौर पर वह अपने स्तर पर नहीं कह सकते कि तेल खराब था या सब्जी या फिर दूषित पानी से ये लोग बीमार हुए.