विदिशा। श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय में मरीज व उनके परिजन बाहर से पीने का पानी ला रहे हैं. क्योंकि उन्हें अस्पताल में ठंडा पानी नसीब नहीं हो रहा हैं. गर्मी से परेशान होकर वे बीमार हुए और इलाज करवा रहे हैं. जिस जगह पानी की व्यवस्था है वहीं बगल में शौचालय है. बदबू और गंदगी की वजह से भी लोग यहां का पानी नहीं लेते. वहीं. अस्पताल स्टाफ के लिए बाहर से पानी के कैंपर आते हैं.
अस्पताल प्रबंधन मरीजों के परिजनों को बता रहा जिम्मेदार
वहीं, सिविल सर्जन डॉ.शिरीष रघुवंशी का कहना है "वाटर कूलर के पानी को मरीजों के परिजन नहाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. एक गार्ड को लोगों के पास मौजूद गुटका पाउच को निकालने के लिए ही तैनात किया है. उसके बावजूद जिला अस्पताल की गलियारों और लिफ्ट में लोग थूक रहे हैं. लिफ्ट के पंखे चोरी कर लिए गए हैं." उन्होंने लोगों को जागरूक करने की जरूरत पर जोर दिया. वहीं, मरीज मजबूर होकर 20 रुपये की एक बॉटल बाहर से खरीद कर ला रहे हैं.
ये खबरें भी पढ़ें... सरकारी हॉस्पिटल का अजब हाल! महिला का पैर चुहों ने कुतरा, अस्पताल प्रशासन मानने को तैयार नहीं सरकारी अस्पताल के डॉक्टर का कारनामा, हाथ की जगह कर दिया जीभ का ऑपरेशन |
300 बेड के अस्पताल में केवल एक वाटर कूलर
श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय की लगभग 3 वर्ष पहले नवीन बिल्डिंग तैयार हुई. 300 बेड का जिला अस्पताल बनवाया गया लेकिन मरीजों को पीने का पानी ही नहीं मिल पा रहा है. भीषण गर्मी के बीच मरीजों की मौसमी बीमारी के चलते संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. आज भी जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज उल्टी दस्त के पहुंचे. डॉक्टर के अनुसार तरबूज, पपीते, आम आदि लोग बाजार से खरीद कर सीधा खाते हैं, जो गर्म होते हैं और यही गर्म फल लोगों को बीमार बना रहा है.