विदिशा। योग दिवस पर विदिशा खेल स्टेडियम में आए खेल मंत्री विश्वास सारंग को युवकों ने ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बताया गया कि शारीरिक शिक्षा विषय का एक हिस्सा योग भी है. बगैर खेल शिक्षकों के योग दिवस कैसे सार्थक बन सकता है. केवल दिखावे के लिए इस प्रकार की गतिविधियों की जा रही हैं. सत्र 2021- 22 में भी मध्य प्रदेश सरकार ने अन्य विषयों के शिक्षकों को 5 दिन का 20 खेलों का प्रारंभिक खेल प्रशिक्षण देकर प्रभारी खेल शिक्षक बनाया था. अभी 3 दिन का प्रशिक्षण देकर योग शिक्षक बनाया है. जबकि यह गलत है.
प्रदेश में 17 साल से खेल शिक्षकों की भर्ती नहीं
ज्ञापन में कहा गया कि 2007 से आज तक खेल शिक्षक की भर्ती नहीं हुई है. वहीं एक वर्ष पूर्व पात्रता परीक्षा में शारीरिक शिक्षा विषय को सम्मिलित किया था और वर्ग 2 व वर्ग 3 में पात्रता परीक्षा संपन्न हुई थी. लेकिन मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की वेबसाइट पर आगामी माह अगस्त में खेल शिक्षक की भर्ती के लिए विज्ञापन डाला गया. लेकिन न उस पर परीक्षा दिनांक है और ना ही पदों का उल्लेख है. वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश राजपत्र दिनांक 30 जुलाई 2018 के माध्यम से पदों का उल्लेख किया गया है, जिसमें माध्यमिक शिक्षक खेल में 931 जबकि प्राथमिक शिक्षक खेल में 860 सीधी भर्ती का उल्लेख है.
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अधिकांश स्कूल खेल शिक्षक विहीन
आंकड़ों की बात करें तो विदिशा में ही मात्र 14 खेल शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि विदिशा में 120 हाई स्कूल हैं और 88 हायर सेकेंडरी स्कूल हैं. इस हिसाब से 196 स्कूल खेल शिक्षकविहीन हैं. ऐसे में कैसे छात्रों तक खेल और योगा पहुंच सकता है. भारत सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति में खेलों को और योग को अनिवार्य विषय बनाया है लेकिन मध्य प्रदेश में धरातल पर इस पर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है. मध्य प्रदेश में लगभग 10 हजार हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल हैं, जिनमें वर्तमान में मात्र 736 खेल शिक्षक कार्यरत हैं.