उत्तरकाशी: गंगोत्री और हर्षिल घाटी में भारी बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे पर वाहन फिसल रहे हैं. इसलिए सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुक्की से आगे वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. वहीं बड़कोट तहसील के खरसाली गांव में दो दिन से पानी आपूर्ति ठप होने के कारण ग्रामीण यमुना नदी से पानी भरने को मजबूर हैं. जहां लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, शनिवार दोपहर से गंगोत्री-यमुनोत्री धाम सहित हर्षिल घाटी और बड़कोट के गीड़ पट्टी, सर-बड़ियार, मोरी के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी जारी है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में करीब एक से डेढ़ फीट बर्फ जम चुकी है. तो वहीं हर्षिल घाटी में भी 8 से 9 इंच बर्फ जमीन पर टिक चुकी है. हर्षिल घाटी में भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री हाईवे पर वाहन आवाजाही के दौरान फिसल रहे हैं. इसलिए किसी भी प्रकार की दुघर्टना को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने दोपहर बाद सुक्की से आगे वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि हर्षिल घाटी में बर्फ के बीच दो से तीन वाहनों के फिसलने की सूचना आई थी. इसलिए सुरक्षा को देखते हुए सुक्की से आगे वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. मात्र फोर बाई फोर वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति दी जाएगी. वहीं दूसरी ओर बड़कोट तहसील के खरसाली गांव के पूर्व सरपंच प्रताप सिंह तोमर ने बताया कि दो दिन से बर्फ के कारण गांव की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है. जिस कारण दो दिन से गांव में पेयजल आपूर्ति ठप है. ग्रामीण करीब एक से दो किमी की दूरी तय कर यमुना नदी से पानी की आपूर्ति करने पर मजबूर हैं.
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