लखनऊः सब्जियों के भाव (Vegetables Price) में उतार चढ़ाव जारी है. इस बार हैरान किया है धनिया के भावों ने. इसकी कीमतों ने लहसुन को भी मात दे दी है. फुटकर बाजार में धनिया की कीमतें 400 से 500 रुपए किलो तक पहुंच गईं हैं. इससे आम लोग इसे खरीदन से बच रहे हैं.
टमाटर औऱ नींबू भी महंगेः इन दिनों बाहर से आ रहे टमाटर, प्याज, नींबू, धनिया के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ रही है. वहीं, सलाद में खाया जाने वाला प्याज, टमाटर और नींबू भी महंगा हो चला है. सब्जी विक्रेता राजू , बेचू ने बताया कि राजधानी के आस-पास बोआई न होने से इन दिनों बंगलूरू से हरी धनिया आ रही है. पिछले महीने इसके दाम 200-300 रुपये किलो थे जो अब 400-500 रुपये किलो हो गए हैं. वहीं, कुछ दिन पहले 100 रुपये किलो में मिलने वाला नींबू अब 150 से 160 में बिक रहा है. इसी तरह 30 रुपये में बिकने वाला टमाटर 40 से 50 रुपये किलो में बिक रहा है. प्याज के भाव भी 60 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं.
सब्जी विक्रेता बोलेः मंडी से धनिया खरीदने वाले सब्जी विक्रेता मोहम्मद शाकिब ने बताया कि उन्हें थोक में 300 रुपये प्रति किलो के हिसाब से धनिया मिल रही है बाजार में धनिया की कीमत 350 रुपये प्रति किलो है, जिसके चलते सब्जी विक्रेता इसे 40 रुपये प्रति 100 ग्राम की दर से बेच रहे हैं, जबकि पहले ये मात्रा अधिक सस्ती थी.
गिने-चुने ग्राहक ही खरीद रहेः विक्रेता बाबूलाल का कहना है कि काफी महंगा हो जाने के कारण गिने-चुने ग्राहक ही हरी धनिया मांगते हैं. यह जल्दी खराब हो जाती है इसलिए ज्यादा मात्रा में नहीं लाते. दाम काफी अधिक हो जाने के पीछे सब्जी विक्रेता नन्हेंलाल कहते हैं कि मानसूून सीजन के अंतिम दौर में बारिश के कारण कई जगह फसल खराब हो गई अन्य सब्जियों के साथ ही हरी धनिया भी काफी महंगी बिकने लगी है.
खेती न होने से महंगी हुई हरी धनियाः दुबग्गा मंडी महामंत्री शहनवाज हुसैन का कहना है कि अपने इलाके में हरी धनिया की खेती कम है. इसके अलावा यह महंगा सौदा है, जिसके लिए 20 डिग्री का तापमान चाहिए. इस कारण इसकी खेती ग्रीन हाउस में होती है. एसी लगाकर तापमान मेंटेन करना पड़ता है. धनिया की पैदावार भी कम होती है. लखनऊ व पड़ोसी जिलों का तापमान अक्तूबर से गिरना शुरू होता है. इसी समय साधारण तरीके से धनिया पैदा हो सकती है. सितंबर के आखिरी हफ्ते से बोआई शुरू हो जाएगी.
सब्जी के थोक भाव पर एक नजर (प्रति किलो रुपए में)
- आलू: 25
- प्याज: 40
- टमाटर: 40
- अदरक: 100
- लहसुन: 250
- बीन: 60
- भिंडी: 20
- करेला: 20
- बैंगन: 40
- पालक:30
- हरी मिर्च: 60
- लौकी: 15
- तरोई: 20
- गाजर: 20
- परवल: 40
- शिमला मिर्च: 50
- कद्दू: 25
- प्याज: 40
- धनिया: 350
- नीम्बू: 90
फुटकर भाव ( प्रति किलो रुपए में)
- आलू: 35-40
- प्याज: 50-60
- टमाटर: 60
- अदरक: 140
- लहसुन: 350
- बीन: 80
- भिंडी: 40
- करेला: 50
- बैंगन: 50
- पालक:60
- हरी मिर्च: 90
- लौकी: 30
- तरोई: 40
- गाजर: 30
- परवल: 70
- शिमला मिर्च: 70
- कद्दू: 35
- प्याज: 60
- धनिया: 400
- नीम्बू:150
फलो के फुटकर भाव
- सेब- 150 रु किलो
- कीवी- 40 रु पीस
- अनार-200 रु किलो
- पपीता- 40 रु किलो
- मोसंबी-50 रु किलो
- केला- 50 रु दर्जन
- नासपाती-150 रु किलो
Conclusion:इन दिनों बाहर से आ रहे टमाटर, प्याज, नींबू, धनिया के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ रही है कभी सब्जियों की खरीदारी के साथ मुफ्त में मिल जाने वाली हरी धनिया इन दिनों नखरे दिखा रही है थोक बाजार में यह 300 तो फुटकर बाजार में 400 रुपये प्रति किलो में बिक रही है वही फलो में अनार के दाम 200 रु के ऊपर पहुच गया है
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