ETV Bharat / state

प्याज-टमाटर की 'दोस्ती' ने छीनी किचन की रौनक, धनिया संग मिर्च भी हुई नखरीली - VEGETABLES LATEST RATE

बारिश के चलते यूपी (UP) में सब्जियों (Vegetables) के दामों (Rates) में तेजी से इजाफा हुआ है. खासकर प्याज, टमाटर, धनिया और मिर्चा की कीमतों ने ग्राहकों की जेब पर खासा असर डाला है. चलिए जानते हैं यूपी में सब्जियों के ताजा भाव क्या चल रहे हैं.

vegetables onion potato tomato rates mandi bhav in up latest update news hindi
यूपी में सब्जी की कीमतों ने ढीली की जेब. (photo credit: etv bharat archive)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 28, 2024, 6:55 AM IST

Updated : Sep 28, 2024, 7:21 AM IST

लखनऊ: यूपी (UP) में एक बार फिर सब्जियों (Vegetables) की कीमतों (Rates) में तेजी आई है. जिन सब्जियों के भाव तेज चल हे हैं उनमें प्याज (Onion), टमाटर (Tomato), मिर्च, धनिया, लहसुन और अदरक शामिल हैं. सब्जियों की कीमतों में तेजी के चलते किचन की रौनक काफी घटी है. प्याज और टमाटर के भाव साथ-साथ बढ़ रहे हैं, इस वजह से ग्राहक इन सब्जियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग जरूरत के हिसाब से ही इन्हें खरीद रहे हैं.

एक हफ्ते में उछली कीमतेंः मंडी अध्यक्ष परवेज हुसैन ने बताया कि रसोई में तड़के के लिए जरूरी प्याज, धनिया, अदरक, नींबू, लहसुन, टमाटर और मिर्च की कीमतों में बीते एक हफ्ते में उछाल देखने को मिला है. यहां टमाटर 60 रुपए प्रति किलो, अदरक 100 रुपए और लहसुन 300 रुपए प्रति किलो की दर में बिक रहा है.

प्याज के साथ मिर्चा भी नखरीलीः प्याज की कीमतों में भी इजाफा हुआ है. यह 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. इसी तरह से हरी मिर्च भी 60-80 रुपए प्रति किलो में बिक रही है. हरी धनिया की कीमतें 200 रुपए प्रति किलो चल रही हैं. नीबू 100-110 रुपए प्रति किलो की दर पर मिल रहा है. कुछ दिनों बाद त्योहारी सीजन भी शुरू हो जाएगा. ऐसे में सब्जियों के भावों में ओर बढ़ोतरी होने की संभावना है.


किचेन में ये सब्जियां गायब होने लगींः ग्रहिणी नीतू यादव ने बताया कि प्याज भारतीय किचन का एक अहम घटक है. इसकी कीमतों में इजाफा सीधे-सीधे हर भारतीय परिवार को प्रभावित करता है. इसके दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ गया है. गृहिणी उषा श्रीवास्तव बताती है की महंगी सब्जियों के कारण घरो में सलाद बनना कम हो गया है. प्याज, टमाटर, धनिया, खीरा यह सब कम मात्रा में खरीद कर ला रहे हैं.

आखिर क्यों बढ़ रही कीमतेंः व्यापारियों की मानें तो सब्जियों की कीमतों में इजाफे की दो बड़ी वजहे हैं. इनमें पहली वजह बारिश है. मौसम के चलते कई जगह सब्जियों की फसलें खराब हो गईं हैं इस वजह से कई सब्जियों की कीमतें बढ़ी है. वहीं दूसरी वजह मंडियों में आवक का कम होना. कम आवक के कारण भी कई सब्जियों के भाव में तेजी आई है.

सब्जियों के फुटकर भाव (रुपए प्रति किलो में)

आलू: 35
प्याज: 70
टमाटर: 80- 100
अदरक: 150
लहसुन: 450
बीन: 80
भिंडी: 50
करेला: 50
बैंगन: 50
पालक:60
हरी मिर्च: 140
लौकी: 40
तरोई: 60
गाजर: 50
परवल: 60
शिमला मिर्च: 120
कद्दू: 40
प्याज: 80
धनिया: 350
नींबू:140

आगे क्या संभावना है: बारिश थमने के बाद ही सब्जियों की कीमतें कम होने की संभावना है. जब तक बारिश जारी है तब तक फिलहाल आम लोगों को सब्जियों की कीमतों में तेजी से राहत नहीं मिलती नजर आ रही है.

ये भी पढ़ेंः यूपी के इस सरकारी विभाग में 18 हजार से कम सैलरी नहीं, योगी सरकार की सौगात, कुछ शर्तें भी

ये भी पढ़ेंः राम मंदिर के बाद पर्यटन केंद्र बना सूर्य कुंड और गुप्त हरि गार्डन, एक माह में पहुंचे 55 हजार पर्यटक

लखनऊ: यूपी (UP) में एक बार फिर सब्जियों (Vegetables) की कीमतों (Rates) में तेजी आई है. जिन सब्जियों के भाव तेज चल हे हैं उनमें प्याज (Onion), टमाटर (Tomato), मिर्च, धनिया, लहसुन और अदरक शामिल हैं. सब्जियों की कीमतों में तेजी के चलते किचन की रौनक काफी घटी है. प्याज और टमाटर के भाव साथ-साथ बढ़ रहे हैं, इस वजह से ग्राहक इन सब्जियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग जरूरत के हिसाब से ही इन्हें खरीद रहे हैं.

एक हफ्ते में उछली कीमतेंः मंडी अध्यक्ष परवेज हुसैन ने बताया कि रसोई में तड़के के लिए जरूरी प्याज, धनिया, अदरक, नींबू, लहसुन, टमाटर और मिर्च की कीमतों में बीते एक हफ्ते में उछाल देखने को मिला है. यहां टमाटर 60 रुपए प्रति किलो, अदरक 100 रुपए और लहसुन 300 रुपए प्रति किलो की दर में बिक रहा है.

प्याज के साथ मिर्चा भी नखरीलीः प्याज की कीमतों में भी इजाफा हुआ है. यह 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. इसी तरह से हरी मिर्च भी 60-80 रुपए प्रति किलो में बिक रही है. हरी धनिया की कीमतें 200 रुपए प्रति किलो चल रही हैं. नीबू 100-110 रुपए प्रति किलो की दर पर मिल रहा है. कुछ दिनों बाद त्योहारी सीजन भी शुरू हो जाएगा. ऐसे में सब्जियों के भावों में ओर बढ़ोतरी होने की संभावना है.


किचेन में ये सब्जियां गायब होने लगींः ग्रहिणी नीतू यादव ने बताया कि प्याज भारतीय किचन का एक अहम घटक है. इसकी कीमतों में इजाफा सीधे-सीधे हर भारतीय परिवार को प्रभावित करता है. इसके दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ गया है. गृहिणी उषा श्रीवास्तव बताती है की महंगी सब्जियों के कारण घरो में सलाद बनना कम हो गया है. प्याज, टमाटर, धनिया, खीरा यह सब कम मात्रा में खरीद कर ला रहे हैं.

आखिर क्यों बढ़ रही कीमतेंः व्यापारियों की मानें तो सब्जियों की कीमतों में इजाफे की दो बड़ी वजहे हैं. इनमें पहली वजह बारिश है. मौसम के चलते कई जगह सब्जियों की फसलें खराब हो गईं हैं इस वजह से कई सब्जियों की कीमतें बढ़ी है. वहीं दूसरी वजह मंडियों में आवक का कम होना. कम आवक के कारण भी कई सब्जियों के भाव में तेजी आई है.

सब्जियों के फुटकर भाव (रुपए प्रति किलो में)

आलू: 35
प्याज: 70
टमाटर: 80- 100
अदरक: 150
लहसुन: 450
बीन: 80
भिंडी: 50
करेला: 50
बैंगन: 50
पालक:60
हरी मिर्च: 140
लौकी: 40
तरोई: 60
गाजर: 50
परवल: 60
शिमला मिर्च: 120
कद्दू: 40
प्याज: 80
धनिया: 350
नींबू:140

आगे क्या संभावना है: बारिश थमने के बाद ही सब्जियों की कीमतें कम होने की संभावना है. जब तक बारिश जारी है तब तक फिलहाल आम लोगों को सब्जियों की कीमतों में तेजी से राहत नहीं मिलती नजर आ रही है.

ये भी पढ़ेंः यूपी के इस सरकारी विभाग में 18 हजार से कम सैलरी नहीं, योगी सरकार की सौगात, कुछ शर्तें भी

ये भी पढ़ेंः राम मंदिर के बाद पर्यटन केंद्र बना सूर्य कुंड और गुप्त हरि गार्डन, एक माह में पहुंचे 55 हजार पर्यटक

Last Updated : Sep 28, 2024, 7:21 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.