शहडोल। बरसात का मौसम चल रहा है और जुलाई के महीने की शुरुआत हो चुकी है. इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. सब्जियों की इस महंगाई ने कई लोगों के किचन का बजट बिगाड़ रखा है. ऐसे में अगर आप बाजार से महंगी सब्जियां खरीद कर थक चुके हैं, तो बरसात के सीजन में कई ऐसी सब्जियां होती हैं जिनकी फसल खुद ही घर में आप लगा सकते हैं और अपने किचन के लिए ताजी सब्जियां तैयार कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि आखिर वो कौन सी सब्जियां हैं जिन्हें आसानी से उगाया जा सकता है.
आसमान छू रहे सब्जियों के दाम
इन दिनों अगर आप सब्जी मंडी सब्जियां खरीदने के लिए जाते हैं तो आपको अपना झोला भरने के लिए अब ज्यादा पैसा देने पड़ रहे होंगे, क्योंकि सब्जियों के दाम इन दिनों आसमान छू रहे हैं. आलू प्याज के दाम तो बढ़ ही रहे हैं. इसके अलावा टमाटर भी इस समय काफी महंगा हो रहा है और हरी सब्जियों के दामों का तो पूछिए ही मत. हरी सब्जियों के दामों ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है. भारतीय थाली में हरी सब्जियां हर दिन हर घर में बनती हैं, ऐसे में हरी सब्जियों का महंगा होना मतलब किचन का बजट बिगड़ जाना.
मॉनसून के साथ ही आया सब्जियों का मौसम
शहडोल जिले समेत अब पूरे मध्य प्रदेश में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी झमाझम बारिश हो रही है. अच्छी बारिश होने की वजह से अब किसानों ने भी अपनी खेती की शुरुआत कर दी है. कहीं पर फसलों की नर्सरी लगाई जा रही है. खरीफ सीजन के इस मौसम को सब्जियों की खेती के लिए बहुत ही अनुकूल माना जाता है क्योंकि बारिश भी लगातार होती रहती है. अगर थोड़ी सी देखभाल कर ली जाए तो आसानी से इस सीजन में कई हरी सब्जियां उगाई जा सकती हैं.
लगा सकते हैं ये हरी सब्जियां
कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीके प्रजापति बताते हैं कि ''मॉनसून के इस दौर में बारिश तो होती ही है, साथ ही जो भी व्यक्ति इस सीजन में सब्जियों की खेती करना चाहते हैं, ये बहुत ही सही समय होता है क्योंकि इस सीजन में हर तरह की सब्जियां लगाई जा सकती हैं और हर तरह की सब्जियां आसानी से उगाई भी जाती हैं. बस बीजों की वैरायटी और मौसम के अनुकूलता पर थोड़ा सा सामंजस्य बनाना होता है. ध्यान देना होता है कि इस सीजन में करेला, लौकी, रेरुआ, तरोई, भिंडी, बैगन, हरी मिर्च, धनिया, कद्दू, खीरा ऐसी सब्जियों की खेती आप आसानी से कर सकते हैं. कोई भी अपने घरों में इन सब्जियों को अपनी जरूरत के हिसाब से लगा सकता है. जिससे उसे सब्जियों की महंगाई से तो निजात मिलेगी, साथ ही घर में ही हरी ताजी सब्जियां खाने को मिलेंगी. इसके अलावा सबसे अच्छी बात यह है कि आज के इस केमिकल युक्त खेती के दौर में आपको एक हेल्दी सब्जी खाने को मिलेगी.''
इन बातों का रखें ख्याल
डॉ. प्रजापति बताते हैं कि ''बरसात के समय में अगर आप सब्जियों की फसल लगाते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखें. इस सीजन में तरह-तरह के रोग भी आएंगे. ऐसे में सब्जियों के उन किस्म का चयन करें जो इस सीजन के लिए हैं और बरसात में लगने वाले रोगों के प्रति उन किस्मों में रोग प्रतिरोधक क्षमता हो, जिससे आपको परेशानी नहीं होगी. जैसे आप टमाटर लगाना चाहते हैं तो अर्का रक्षक किस्म अच्छा हो सकता है, वो टमाटर के लिए अच्छा है. भिंडी के लिए अर्का अनामिका शानदार किस्म है, अर्का अभय भी भिंडी के लिए अच्छी किस्म है. गवार फली क्लस्टर बीन्स गिलकी के लिए पूसा चिकनी, पूसा स्नेहा, पूसा सुप्रिया इस तरह की शानदार किस्में आती हैं, जो बरसात के मौसम के लिए ही बनाई गई हैं.''
छोटी जगह पर भी हो सकती है खेती
आज के आधुनिक दौर में जरूरी नहीं है कि आपके पास बहुत ही बड़ी जगह हो तभी आप इस तरह की खेती कर सकते हैं. आजकल तो लोग छतों पर भी गमले में फसलें लगा रहे हैं. छोटी जगह पर भी फसल उगा रहे हैं. थोड़े-थोड़े पौधे अपने घर के इस्तेमाल के लिए आप आसानी से लगा सकते हैं, जिससे आपको बरसात के सीजन में हरी सब्जियों की महंगाई से निजात मिल सकती है.