वाराणसीः बॉलीवुड सितारों की कबड्डी लीग को आपने देखा या सुना होगा. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे कबड्डी लीग का मैच दिखाने जा रहे हैं, जो देखने और सुनने में बिलकुल नया है. यह कबड्डी मैच वाराणसी के सम्पूर्णानन्द संस्कृत यूनिवर्सिटी में खेला गया है. जहां खिलाड़ी कोई स्पोर्ट्स प्लेयर नहीं बल्कि वेद के छात्र थे. जिन्होंने धोती और जनेऊं धारण कर कबड्डी खेला. यही नहीं इस पूरे खेल का विवरण यानी कमेंट्री भी संस्कृत में ही किया गया. कबड्डी के दौरा कमेंटटर ने कहा “अनेन क्रिडकेन अपर: क्रीडक गृहीत:' यानी इस खिलाड़ी ने उस खिलाड़ी को पकड़ लिया.
स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ की टीम बनी विजेता
संस्कृत विश्वविद्यालय में स्नातक स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में पांच टीमों ने भाग लिया. स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ, स्वामीनारायण नंद तीर्थ वेद विद्यालय, इंटरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल ट्रस्ट, श्री विश्वेश्वर वेद भवन, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की टीम में 8–8 खिलाड़ियों ने भाग लिया. पहले मैच दोनों टीमों ने समान अंक प्राप्त किया. इसके साथ दूसरे मैच में वेदांती वेद विद्यापीठ की टीम ने तीन अंको से विजय प्राप्त की. तीसरा मैच इंटरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल ट्रस्ट और वेद विद्यापीठ के मध्य हुआ. जिसमें दोनों टीमों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 14-14 समान अंक अर्जित किया. और दूसरे क्रम में वेद विद्यापीठ की टीम में 24 अंक से जीत हासिल की. इस मैच की पहली विजेता स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ की टीम रही.
संस्कृत और कब्बड्डी को बढ़ावा देने के लिए पहली बार हुआ मैच
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी शशिंद्र मिश्र ने बताया कि कबड्डी हमारे देश की पारंपरिक खेल है. कबड्डी और संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी में कबड्डी मैच का पहली बार आयोजन किया गया. जिसमें यूनिवर्सिटी के वेद छात्रों ने धोती और जनेऊ धारण कर मैच खेला. इसके साथ ही पूरी मैच की कमेंट्री भी संस्कृत में हुई है. उन्होंने बताया कि इस खेल को विश्वविद्यालय ने भारत संस्कृत मंत्रालय के निर्देश पर शुरू किया है, जो भारतीय पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देगा. इसके साथ ही आने वाले समय में भी भारतीय पुरातन खेलों को इसी तरह वेद से जोड़कर वेद छात्रों से खिलाया जाएगा. जिसमें कमेंट्री संस्कृत में की जायेगी, ताकि खेलों के साथ संस्कृत भाषा को भी बढ़ावा दिया जा सके.