वाराणसी : वाराणसी के डीआरएम ऑफिस पर उस समय हड़कंप मच गया जब इंजीनियर पति का शव लेकर महिला परिजनों के साथ कार्यालय पहुंच गई. महिला ने अधिकारियों पर पति की मौत का जिम्मेदार बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं. पत्नी ने कहा कि अधिकारियों ने जानबूझकर ट्रांसफर कर दिया था. जिसकी वजह से जान चली गई है.
मामला आजमगढ़ में तैनात इंजीनियर मुरली यादव का है. मुरली की शनिवार को मौत हो गई थी. मुरली की मौत से आहत पत्नी रेखा यादव ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रेखा यादव ने बताया कि बीते शुक्रवार सुबह लगभग 11:00 बजे उन्होंने मुरली से फोन पर बातचीत की थी. पति ने बताया था कि वह साइट पर जा रहे हैं. इसके बाद उनका फोन बंद हो गया. दोपहर में फोन किया तब भी फोन बंद था. फोन बंद होने के कारण मैं घबरा गई.
इसके बाद आजमगढ़ के जिस ब्रिज पर काम चल रहा था मैं वहां गई और पति को ढूंढा, लेकिन उनका कुछ भी पता नहीं चला. इसके बाद आरपीएफ को फोन किया, लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली. लगभग 6 बजे पुलिस स्टेशन गई और पुलिस से शिकायत की और गुमशुदगी का पोस्टर बनवाने की बात हुई. इसके बाद अगले दिन सुबह अपने पति की फोटो लेकर के थाने पहुंची, जहां कांस्टेबल ने बताया कि गौरी बाबा मंदिर के पास एक डेड बॉडी मिली है. इस सूचना पर हम मंदिर पहुंचे और जहां पर मुरली का शव मिला.
दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई : रेखा यादव का कहना है कि मेरे पति एमपी में सीनियर सेक्शन इंजीनियर थे. कुछ दिन पहले औड़ियार में ड्यूटी पर जाते समय उनका एक्सीडेंट हो गया था, उनका इलाज चल रहा था. चोट की वजह से उन्हें काफी दिक्कतें थीं. इसके बावजूद सीनियर डीएसटी ने ट्रांसफर कर दिया था. हमारे दो बेटियां हैं. अब हमारा गुजारा कैसे होगा. हम उनका भरण पोषण कैसे करेंगे. मेरी बस यह मांग है कि औड़ियार स्टेशन पर मौजूद अधिकारियों-कर्मचारियों की जांच की जाए और जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.