वाराणसी : काशी विद्वत परिषद के एक वायरल लेटर से इन दिनों हंगामा मचा हुआ है. यह वायरल लेटर भगवान श्री कृष्णा को लेकर एक विवादित टिप्पणी से जुड़ा हुआ है.श्री काशी विद्वत परिषद वाराणसी महामहोपाध्याय आचार्य शिवकुमार शास्त्री के लेटर पैड पर प्रोफेसर दिनेश कुमार गर्ग के सिग्नेचर से जारी पत्र में मिथ्या भ्रामक एवं अशास्त्रीय है, चरित्रहीन शब्द पर विस्तृत चर्चा की गई है. इस लेटर में विस्तृत चर्चा करके भगवान कृष्ण पर भी टिप्पणी की गई है. जिसके बाद अब इस पर हंगामा हो गया है.
मथुरा से जारी इस लेटर पर महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़ा हिमांगी सखी ने कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में जांच पड़ताल करवाई है. जिसके बाद यह पता चला है कि यह लेटर ही फर्जी है. काशी विद्वत परिषद ने इसका खंडन किया है. काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी का कहना है कि काशी विद्वत परिषद का उसे पत्र से कोई मतलब नहीं है. यह व्यक्तिगत किसी की राय हो सकती है. उसके खिलाफ कार्रवाई करें.
किन्नर अखाड़ा महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कड़ा एतराज जताया हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि मैं अभी दिल्ली में हूं और जल्द ही वाराणसी पहुंचने वाली हूं. मुझे इस पर घोर आपत्ति है. कोई हमारे भगवान पर इस तरह की अभद्र टिप्पणी कैसे कर सकता है. काशी विद्वत परिषद के नाम से यह लेटर वायरल था, लेकिन मुझे जानकारी हुई है कि यह फर्जी लेटर है. यदि कोई विद्वत परिषद के नाम से फर्जी संगठन चला रहा है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होकर कार्रवाई होनी चाहिए. मैं काशी पहुंचकर इस पर कड़ा एक्शन लूंगी और लीगल कार्रवाई के लिए भी आगे बढूंगी.