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यूपी हेल्थ रैंकिंग में वाराणसी ने किया टॉप, काशी विद्यापीठ पीएचसी को पहला स्थान - VARANASI TOPS IN HEALTH RANKING

Varanasi tops in Health Ranking: यूपी हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में वाराणसी ने पहला स्थान प्राप्त किया है.

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. संदीप चौधरी (Photo Credit- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 26, 2024, 4:27 PM IST

Updated : Nov 26, 2024, 4:39 PM IST

वाराणसी: उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर से वाराणसी ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. नवम्बर में जारी अक्टूबर माह की डैशबोर्ड रैंकिंग में जनपद ने 74 फीसदी अंक हासिल किए हैं. इसके साथ ही जनपद ने माह अक्टूबर की यूपी हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया है. मासिक डैशबोर्ड के अनुसार वाराणसी ने सिजेरियन प्रसव में बेहतर प्रदर्शन करते हुए करीब 61 फीसदी अंक हासिल किए हैं.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में यूपी की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड (नवम्बर 2024) में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई है, जिसमें वाराणसी प्रदेश में एक बार फिर से पहले स्थान पर है. इस वित्तीय वर्ष में वाराणसी की अभी तक की उपलब्धि 68 फीसदी है. जबकि पिछले माह की उपलब्धि 74 फीसदी थी. प्रदेश की इस वर्ष अब तक की उपलब्धि 54 फीसदी है, जबकि इस माह की 61 फीसदी रही. इस तरह से देखा जाए तो वाराणसी की स्थिति प्रदेश की उपलब्धि से काफी बेहतर है.

उन्होंने बताया कि मासिक डैशबोर्ड के अनुसार वाराणसी ने सिजेरियन प्रसव में बेहतर प्रदर्शन करते हुए करीब 61 फीसदी अंक हासिल किए हैं. आशा कार्यकर्ताओं का भुगतान समय पर किया जा रहा है. नियमित और संपूर्ण टीकाकरण, परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों, गर्भावस्था में प्रसव पूर्व जांच (हीमोग्लोबिन), गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, टीबी नोटिफिकेशन, गर्भावस्था के दौरान एचआईवी की जांच समेत 16 संकेतकों पर भी बेहतर प्रदर्शन किया जा रहा है. सभी 10 प्रथम संदर्भन इकाइयों (एफ़आरयू) पर प्रसव और प्रसव पूर्व जांच संबंधी सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है.

किया जा रहा निरीक्षण और मूल्यांकन: सीएमओ ने कहा, कि जनपद के सभी राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) एवं स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. इसके लिए समस्त चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी एवं आशा कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशानिर्देश दिए जा रहे हैं. चिकित्सा इकाइयों का लगातार निरीक्षण और मूल्यांकन भी किया जा रहा है.

काशी विद्यापीठ पीएचसी को पहला स्थान: डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि नवम्बर माह में अक्टूबर माह की जारी हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में ब्लॉक स्तर पर काशी विद्यापीठ पीएचसी को पहला, चोलापुर को दूसरा और पिंडरा को तीसरा स्थान प्राप्त किया है. हरहुआ पीएचसी को चौथा, सेवापुरी पीएचसी को पांचवां, अराजीलाइन सीएचसी को छठवां, बडागांव पीएचसी को सातवां, चिरईगांव पीएचसी को आठवां और शहरी इकाई को नौवां स्थान मिला है. जिन ब्लॉक की स्थिति निराशाजनक है, उन्हें कार्य के प्रति गंभीरता दिखाने के लिए निर्देशित किया गया है.

यह भी पढ़ें-बनारस की इन 6 सड़कों की किस्मत चमकी: विदेशी मानक पर 48 करोड़ से बनेंगी, ग्रीन रोड कहलाएंगी, न खुदाई-न अतिक्रमण

इसे भी पढ़ें-वाराणसी में डॉक्टरों की लापरवाही ने ली बच्चे की जान, दांत में दर्द होने पर लगाया गलत इंजेक्शन

वाराणसी: उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर से वाराणसी ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. नवम्बर में जारी अक्टूबर माह की डैशबोर्ड रैंकिंग में जनपद ने 74 फीसदी अंक हासिल किए हैं. इसके साथ ही जनपद ने माह अक्टूबर की यूपी हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया है. मासिक डैशबोर्ड के अनुसार वाराणसी ने सिजेरियन प्रसव में बेहतर प्रदर्शन करते हुए करीब 61 फीसदी अंक हासिल किए हैं.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में यूपी की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड (नवम्बर 2024) में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई है, जिसमें वाराणसी प्रदेश में एक बार फिर से पहले स्थान पर है. इस वित्तीय वर्ष में वाराणसी की अभी तक की उपलब्धि 68 फीसदी है. जबकि पिछले माह की उपलब्धि 74 फीसदी थी. प्रदेश की इस वर्ष अब तक की उपलब्धि 54 फीसदी है, जबकि इस माह की 61 फीसदी रही. इस तरह से देखा जाए तो वाराणसी की स्थिति प्रदेश की उपलब्धि से काफी बेहतर है.

उन्होंने बताया कि मासिक डैशबोर्ड के अनुसार वाराणसी ने सिजेरियन प्रसव में बेहतर प्रदर्शन करते हुए करीब 61 फीसदी अंक हासिल किए हैं. आशा कार्यकर्ताओं का भुगतान समय पर किया जा रहा है. नियमित और संपूर्ण टीकाकरण, परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों, गर्भावस्था में प्रसव पूर्व जांच (हीमोग्लोबिन), गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, टीबी नोटिफिकेशन, गर्भावस्था के दौरान एचआईवी की जांच समेत 16 संकेतकों पर भी बेहतर प्रदर्शन किया जा रहा है. सभी 10 प्रथम संदर्भन इकाइयों (एफ़आरयू) पर प्रसव और प्रसव पूर्व जांच संबंधी सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है.

किया जा रहा निरीक्षण और मूल्यांकन: सीएमओ ने कहा, कि जनपद के सभी राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) एवं स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. इसके लिए समस्त चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी एवं आशा कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशानिर्देश दिए जा रहे हैं. चिकित्सा इकाइयों का लगातार निरीक्षण और मूल्यांकन भी किया जा रहा है.

काशी विद्यापीठ पीएचसी को पहला स्थान: डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि नवम्बर माह में अक्टूबर माह की जारी हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में ब्लॉक स्तर पर काशी विद्यापीठ पीएचसी को पहला, चोलापुर को दूसरा और पिंडरा को तीसरा स्थान प्राप्त किया है. हरहुआ पीएचसी को चौथा, सेवापुरी पीएचसी को पांचवां, अराजीलाइन सीएचसी को छठवां, बडागांव पीएचसी को सातवां, चिरईगांव पीएचसी को आठवां और शहरी इकाई को नौवां स्थान मिला है. जिन ब्लॉक की स्थिति निराशाजनक है, उन्हें कार्य के प्रति गंभीरता दिखाने के लिए निर्देशित किया गया है.

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Last Updated : Nov 26, 2024, 4:39 PM IST
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