वाराणसी : अब तक कैनवास पर विभिन्न रंगों के माध्यम से बनारस के घाट, गंगा, नौकायन, मंदिर, बनारस धाम व काशी दर्शन देखने का मिलता है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब लकड़ी पर काशी दर्शन के मॉडल तैयार किए गए हैं. यह मॉडल देखने में काफी खूबसूरत और अद्भुत हैं. यही कारण है कि देशी-विदेशी मेहमानों को ये माडल्स खूब लुभा रहे हैं. बनारस के घाटों की थीम पर तैयार किए गए इन मॉडल्स की देश के साथ विदेशों से भी ऑर्डर आ रहे हैं.
धर्म नगरी काशी में लाखों की संख्या में टूरिस्ट मंदिरों के दर्शन करने और बनारस के घाट घूमने के लिए पहुंचते हैं. पर्यटकों की आवाजाही के काशी में सालभर रौनक रहती है. बनारस अपनी पुरातन विरासत के साथ अपने विशेष उत्पादों के हुनर के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है. ऐसे ही हुनर के धनी काष्ठकला के कारीगरों के उत्पाद भी निराले हैं. लकड़ी खिलौनों के बाद अब लकड़ी पर धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत उकेरने का चलन शुरू हो गया है. कारीगरों ने नए प्रयोग के तहत अब बनारस धाम व काशी दर्शन का विहंगम दृश्य वाले लकड़ी के मॉडल तैयार किए हैं.
अलग-अलग घाट के मॉडलों की डिमांड : कारोबारी बिहारी लाल अग्रवाल बताते हैं कि वाराणसी में जो भी टूरिस्ट आते हैं वह बाबा विश्वनाथ के मंदिर और गंगा घाट जरूर जाते हैं. जब वह गंगा घाट जाते हैं तो बोटिंग भी करते हैं. वहां पर जब वह पुरानी इमारतें देखते हैं तो उसको बहुत अच्छा लगता है. उसके बाद जब वे लकड़ी के खिलौने खरीदने आते हैं तो वह हमारे इन खिलौनों को देखते हैं. ये खिलौने हमने खुद तैयार कराए हैं. जिस पर बनारस के घाट बनाए गए हैं. दशाश्वमेध, शीतला घाट आदि हैं. लकड़ी के ये माॅडल टूरिस्ट को बहुत पसंद आ रहे हैं. अब काफी डिमांड होने लगी है.
50 हजार तक है काशी दर्शन के मॉडल के दाम : बिहारी लाल अग्रवाल के अनुसार अगर अपने देश के आने वाले टूरिस्ट की बात करें तो हमारे यहां दक्षिण भारत से बंगलौर, मैसूर और हैदराबाद से जो यात्री आ रहे हैं वे इन चीजों की खरीद अधिक कर रहे हैं. विदेशों से आने वाले टूरिस्ट्स की बात करें तो वे भी घाट पर बोटिंग करने आते हैं. जब वे हमारे यहां घाट के मॉडल देखते हैं तो वे बड़े पीस की जगह छोटे पीस की मांग करते हैं. ऐसे में हम लोगों के पास छोटे पीस की डिमांड आई है और हम लोग उसको तैयार भी कर रहे हैं. इन मॉडल्स की बात करें तो घाट के अलग-अलग तरीके के मॉडल हैं, जिनकी कीमत पांच रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक है.
एक ही लकड़ी पर तैयार होता है खास मॉडल : कारीगर रतन कुमार बताते हैं कि हम काशी दर्शन का मॉडल तैयार करते हैं. इसके बाद हम उसमें अपने तरीके से व्हाइटनिंग करते हैं. इसके बाद इन सभी पर कलर करने का काम किया जाता है. एक मॉडल को तैयार करने में कम से कम 10 दिन का समय लगता है. अगर बात रोजगार और मुनाफे की करें तो इस काम में मुनाफा पहले से बेहतर है. बिक्री भी अच्छी होने लगी है. काशी के घाट लकड़ी पर बनाना काफी अच्छा लग रहा है. पहले भी घाट लकड़ी पर बनाए जाते थे, मगर पहले छोटे-छोटे मॉडल होते थे. इस बार बड़े साइज बनाए जा रहे हैं. पहले अलग-अलग पार्ट होता था. अब एक ही लकड़ी पर बनाया जाता है.