वाराणसी : नमामि गंगे द्वारा गुरुवार को दशाश्वमेध घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. अभियान में रुस से आए विदेशी पर्यटकों ने भागीदारी की और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां दिखा कर लोगों का आह्वान किया.
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला के संयोजन में विदेशी पर्यटकों ने 'हम नहीं रुकेंगे- हम स्वच्छ करेंगे', हर हर महादेव - हर हर गंगे - नमामि गंगे के उद्घोष के साथ अभियान का हिस्सा बने. इस दौरान लोगों से सिंगल यूज पॉलीथिन का उपयोग न करने की अपील की और गंगा को साफ रखने का आह्वान किया.
गंगा सेवक राजेश शुक्ला ने कहा कि सभ्यता और संस्कृति की पोषक गंगा की रक्षा का सबसे सशक्त जरिया जनजागरण है. लिहाजा गंगा के साथ संस्कृति और संस्कारों का संरक्षण जरूरी है. गंगा तट पर ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण तथा प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर कई पर्यटन स्थल हैं, जो राष्ट्रीय आय का स्रोत भी हैं.
राजेश शुक्ला के मुताबिक गंगा नदी भारत की सांस्कृतिक धरोहर भी है. जो राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का काम करती है. मां गंगा के बिना भारतीय सभ्यता अधूरी है. देश में विविध भाषाएं, धर्म, संस्कृति, संगीत होने के बावजूद कुछ ऐसी चीजें हैं, जो हमें बांधे रखती हैं. एकजुट रखती हैं…मां गंगा उनमें से एक हैं. मां गंगा की निर्मलता के लिए योगदान करना हम सभी का राष्ट्रीय और नैतिक दायित्व है. ऐसे में हम स्वयं जागरूक हों और गंगा की स्वच्छता हेतु सभी को जागृत करें.