वाराणसी: कमिशनरेट वाराणसी पुलिस की सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर ने समाज में खाकी की छवि को यादगार बनाने का काम किया है. ये तस्वीर पुलिस के मानवीय पहलू को भी उजागर करती है. जहां पुलिस का नाम सुनते ही अधिकतर आम लोगों को घबराहट होने लगती है और लोग उससे दूरी बनाने का प्रयास करते है लेकिन, ये तस्वीर कुछ अलग ही स्थिति बयां कर रही है.
दरअसल शनिवार को थाना चेतगंज क्षेत्र के रनिया महाल, तेलियाबाग के रहने वाले झाबर पुत्र मोतीलाल की सांस की पुरानी बीमारी के कारण मृत्यु हो गई. झाबर की बीमारी के चलते उनकी पत्नी लक्ष्मी दूसरों के घर में झाड़ू-पोछा और बर्तन मांजकर किसी तरह अपने परिवार का जीवन यापन कर रही थी।
वहीं शनिवार को झाबर की मृत्यु हो गई और लक्ष्मी के पास अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं थे. वह शव के पास बैठकर रो रही थी. किसी तरह यह सूचना तेलियाबाग चौकी प्रभारी पवन पांडेय तक पहुंची तो वह तत्काल मौके पर पहुंचे और अपने पास से अंतिम संस्कार के पैसे दिए.
इतना ही नहीं शव को कंधा देकर श्मशान घाट तक ले गए और अंतिम संस्कार कराया. 2019 बैच के युवा दारोगा पवन पांडेय के इस मानवतावादी कार्य की लोग काफी सराहना कर रहे हैं.
वहीं इस तरह के कार्य पुलिस के मानवीय चेहरे को उजागर करते हैं. इस तरह के कार्य इन बातों की भी सच्चाई को बयां करते हैं कि पुलिस हर परिस्थितियों में आमजनमानस के साथ खड़ी है.
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