भोपाल। मध्य प्रदेश को जल्द ही वंदे भारत स्लीपर की सौगात भी मिलने जा रही है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दो महीने में वंदे भारत स्लीपर चलाने के ट्रायल की घोषणा की है. वर्तमान में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को 160 की गति से चलाने के लिए ट्रैक, तकनीक अपग्रेडेशन का कार्य चल रहा है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का किराया किसी शताब्दी एस्प्रेस से कम नहीं होगा, बल्कि 20-30 प्रतिशत किराया स्लीपर का ज्यादा ही रहेगा. सबसे पहले दिल्ली-मुंबई, दिल्ली- कोलकाता जैसे रूटों पर चलने की संभावाना जताई जा रही है.
लग्जरी होगी वंदे भारत स्लीपर
मध्य प्रदेश की जनता को जल्द ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की सवारी करने का मौका मिलेगा. अभी वंदे भारत स्लीपर की अंतिम साज-सज्जा का काम चल रहा है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ''वंदे भारत स्लीपर कोच लंबी यात्रा करने वाले यात्रियों को देखते हुए शुरू की जा रही है. यह इन यात्रियों को बेहद आराम का सफर मुहैया कराएगी.'' बताया जा रहा है कि वंदे भारत स्लीपर कोच में डायनामिक चेयर होगी. इसका कोच बेहद सुविधानजनक और लग्जरी तरीके से बनाया गया है. वंदे भारत की खासियत रहेगी कि इसमें नॉइस रिजाल्विंग यूनिट्स का इस्तेमाल होगा.
भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस से ज्यादा होगा किराया
बताया जा रहा है कि वंदे भारत स्लीपर का किराया भी कुछ कम नहीं होगा. खबर है कि वंदे भारत एक्सप्रेस जो ज्यादा किराया को लेकर चर्चा का विषय बनी है. यहां तक कि ज्यादा किराया होने के चलते वंदे भारत एक्सप्रेस को यात्री नहीं मिल रहे. इसके बाद स्लीपर कोच का किराया भी कुछ कम नहीं रहने वाला है. कहा जा रहा है कि भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस से 10 प्रतिशत किराया ज्यादा ही रहेगा. हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन वंदे भारत स्लीपर कोच के किराए को लेकर चर्चा यह चल रही है.
यहां पढ़ें... शुरू हो रहा वंदे मेट्रो का ट्रायल, मध्यप्रदेश के इन 3 शहरों को सौगात, ट्रेन तैयार शेड्यूल का इंतजार |
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की सुविधाएं
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में ऑटोमैटिक बाहरी यात्री दरवाजे, दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय होगी. हर कोच के बाजू में पाउच बनाए गए हैं. हर बर्थ पर मोबाइल चार्जिंग पॉइंट बनाए गए हैं. इस कोच का छत सफेद रखा गया है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 16 कोच होंगे. जिसमें थ्री टियर, 2 टियर और फर्स्ट क्लास एसी होगा. यह ट्रेन ज्यादातर रात्रि कालीन मार्गों पर चलेगी.