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टिकट बंटवारे में उपेक्षा से बिफरा वैश्य समुदाय, कहा-'सौतेला व्यवहार कर रहे विभिन्न राजनीतिक दल' - Lok Sabha Election 2024

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 1, 2024, 10:09 PM IST

बिहार के गया में लोकसभा के लिए टिकट बंटवारे को लेकर वैश्य समाज ने असंतोष जाहिर किया. वैश्य समाज ने कहा कि उन्हें बीजेपी का परंपरागत वोट समझा जाता है. इसके बावजूद टिकट वितरण में एक उम्मीदवार को उनके समाज से तवज्जो नहीं दी गई. पढ़ें पूरी खबर-

गया
वैश्य समाज

गया : बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए टिकट बंटवारे में उपेक्षा से गया के वैश्य समाज में असंतोष सामने आया है. वैश्य समाज से जुड़े नेताओं ने विभिन्न राजनीतिक दलों पर इस समाज को टिकट देने में उपेक्षा का आरोप लगाया है. प्रेस वार्ता कर इस संबंध में गया जिला तैलिक साहू सभा के जिला अध्यक्ष संजू साव ने कहा कि हमें भाजपा का परंपरागत वोट बैंक माना जाता रहा है, लेकिन लोकसभा के टिकट बंटवारे में वैश्य समाज के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है. इससे हम लोग ठगा महसूस कर रहे हैं.

'बीजेपी कर रही वैश्य समाज की उपेक्षा' : 22% आबादी लेकिन राजनीतिक दल कर रहे हैं अपेक्षा : संजू साव ने कहा है कि लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और विधान परिषद चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व भी नहीं दिया जा रहा है, जिससे वैश्य समाज के लोगों में असंतोष व्याप्त है. भाजपा को लेकर कहा कि यही स्थिति रही तो इस पार्टी से वैश्य समाज का मोह भंग हो जाएगा. अब वैश्य समाज के के लोग उपेक्षा को बर्दाश्त नहीं करेंगे. वहीं, विभिन्न राजनीतिक दल भी वैश्य समाज को अपेक्षित रखते हैं.

वैश्य समाज दिखाएगा एकजुटता : कहा कि आने वाले दिनों में हम लोग उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे और एकजुुटता दिखा हक लेकर रहेंगे. कहा कि 7 अप्रैल को बोधगया के महाबोध संस्कृति केंद्र में संपूर्ण वैश्य समाज के लोगों के साथ चिंतन बैठक आयोजित की गई है, जिसमें 2025 के विधानसभा चुनाव में वैश्य समाज की अधिक भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी.

'राजद जीत रहा भरोसा' : गया जिला मध्य देशीय महासभा के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि राष्ट्र के विकास में सर्वाधिक योगदान करने वाला वैश्य समाज है. भाजपा के द्वारा वैश्य समाज की अपेक्षा की जा रही है. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल से दर्जन भर विधायक वैश्य समाज से आते हैं. भाजपा से नहीं के बराबर हैं. यह आश्चर्य की बात है.

''वैश्य समाज बीजेपी का परंपरागत माना जाता है, लेकिन ऐसी अपेक्षा से हम लोग अपना निर्णय लेंगे. अन्य राजनीतिक दल के उपेक्षा को लेकर भी रणनीति तय की जाएगी.''- संतोष कुमार गुप्ता, जिला अध्यक्ष, मध्य देशीय महासभा

संघ के कार्यकर्ताओं ने लिया संकल्प : इस मौके पर बिहार प्रदेश बुनकर कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष और पटवा समाज के नेता गोपाल प्रसाद पटवा, वैश्य समाज के वरिष्ठ नेता लाल जी प्रसाद, बरनवाल समाज के पूर्व अध्यक्ष रवि बरनवाल, महुहरी मंडल के अध्यक्ष संजीव कुमार संजय, विकास कुमार, प्रेम प्रकाश, नीरज कुमार वर्मा, राजू गुप्ता आदि मौजूद थे.

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'बीजेपी कर रही वैश्य समाज की उपेक्षा' : 22% आबादी लेकिन राजनीतिक दल कर रहे हैं अपेक्षा : संजू साव ने कहा है कि लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और विधान परिषद चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व भी नहीं दिया जा रहा है, जिससे वैश्य समाज के लोगों में असंतोष व्याप्त है. भाजपा को लेकर कहा कि यही स्थिति रही तो इस पार्टी से वैश्य समाज का मोह भंग हो जाएगा. अब वैश्य समाज के के लोग उपेक्षा को बर्दाश्त नहीं करेंगे. वहीं, विभिन्न राजनीतिक दल भी वैश्य समाज को अपेक्षित रखते हैं.

वैश्य समाज दिखाएगा एकजुटता : कहा कि आने वाले दिनों में हम लोग उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे और एकजुुटता दिखा हक लेकर रहेंगे. कहा कि 7 अप्रैल को बोधगया के महाबोध संस्कृति केंद्र में संपूर्ण वैश्य समाज के लोगों के साथ चिंतन बैठक आयोजित की गई है, जिसमें 2025 के विधानसभा चुनाव में वैश्य समाज की अधिक भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी.

'राजद जीत रहा भरोसा' : गया जिला मध्य देशीय महासभा के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि राष्ट्र के विकास में सर्वाधिक योगदान करने वाला वैश्य समाज है. भाजपा के द्वारा वैश्य समाज की अपेक्षा की जा रही है. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल से दर्जन भर विधायक वैश्य समाज से आते हैं. भाजपा से नहीं के बराबर हैं. यह आश्चर्य की बात है.

''वैश्य समाज बीजेपी का परंपरागत माना जाता है, लेकिन ऐसी अपेक्षा से हम लोग अपना निर्णय लेंगे. अन्य राजनीतिक दल के उपेक्षा को लेकर भी रणनीति तय की जाएगी.''- संतोष कुमार गुप्ता, जिला अध्यक्ष, मध्य देशीय महासभा

संघ के कार्यकर्ताओं ने लिया संकल्प : इस मौके पर बिहार प्रदेश बुनकर कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष और पटवा समाज के नेता गोपाल प्रसाद पटवा, वैश्य समाज के वरिष्ठ नेता लाल जी प्रसाद, बरनवाल समाज के पूर्व अध्यक्ष रवि बरनवाल, महुहरी मंडल के अध्यक्ष संजीव कुमार संजय, विकास कुमार, प्रेम प्रकाश, नीरज कुमार वर्मा, राजू गुप्ता आदि मौजूद थे.

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