उत्तरकाशी: सोमवार को मोरी तहसील के सालरा गांव में घरों में आग लगने की घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस संबंध में निरंतर अपडेट लिया जाता रहा. राहत व बचाव कार्यों को तेजी से संचालित करने के साथ ही प्रभावितों को तुरंत सहायता उपलब्ध कराने और उनके रहने-खाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए थे.
प्रशासन के द्वारा मोरी तहसील के सालरा गांव के अग्निकांड से पूर्णतः क्षतिग्रस्त भवनों पर रहने वाले 22 प्रभावित परिवारों को तात्कालिक सहायता के तौर पर पांच-पांच हजार रुपये की दर से अहेतुक सहायता वितरित कर दी गई थी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पर प्रत्येक प्रभावित परिवार को 1 टेंट, 1 तिरपाल, 1 खाद्यान्न किट (प्रत्येक किट में 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 2 किलो दाल, 1 लीटर खाद्य तेल, 1 किलो चीनी, 100 ग्राम चायपत्ती, 250 ग्राम मसाला, 1 किलो नमक आदि) 1 प्रेशर कुकर, 1-बाल्टी, 1-लोटा व 2 थाली, 2 कंबल, 1 रजाई, 2 गद्दे उपलब्ध कराए गए हैं.
प्रभावितों के लिए गांव के प्राथमिक विद्यालय में अस्थाई शरणालय भी बनाया गया है. राजस्व विभाग के दो उप निरीक्षकों को प्रभावितों की सहायता व राहत कार्यों में समन्वय के लिए गांव में ही तैनात रखा गया है. डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जल संस्थान, यूपीसीएल, पीएमजीएसवाई तथा वेप्कोस के अधिकारियों को तुरंत सालरा जाकर गांव की पेयजल, बिजली आपूर्ति एवं सड़क निर्माण से संबधित मामलों का तत्काल निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने बताया कि तहसीलदार मोरी एवं उप जिलाधिकारी पुरोला द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त 10 भवनों में रहने वाले 22 परिवारों को 86 लाख रुपये की क्षति होने का अनुमान है. जबकि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त 4 भवन स्वामियों को लगभग 3 लाख और 1 कोठार (अन्न भंडारागार) की क्षति का आकलन 1 लाख रुपये किया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि अग्निकांड के मामलों में आपदा मद में गृह अनुदान अनुमन्य न होने के कारण उपरोक्त प्रभावितों एवं आग बुझाने के दौरान घायल हुए 6 व्यक्तियों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से धनराशि स्वीकृत किए जाने हेतु शासन को पत्र भेजा गया है. धनराशि स्वीकृत होते ही तुरंत प्रभावितों को उपलब्ध करा दी जाएगी.
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