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दिल्ली केदारनाथ मंदिर के विरोध में उतरे परिवहन व्यवसायी, देहरादून में कांग्रेस ने फूंका पुतला - Delhi Kedarnath Temple Dispute

Delhi Kedarnath Temple Dispute ऋषिकेश में उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने दिल्ली केदारनाथ मंदिर निर्माण के विरोध में धामी सरकार का पुतला फूंका. वहीं, देहरादून में कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

Delhi Kedarnath Temple Dispute
दिल्ली केदारनाथ मंदिर के विरोध में प्रदर्शन (PHOTO-ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 16, 2024, 5:07 PM IST

ऋषिकेश: दिल्ली में बन रहे केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर के विरोध में ऋषिकेश में परिवहन व्यवसायियों ने सरकार का पुतला फूंका और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. परिवहन व्यवसायियों ने आरोप लगाया कि सरकार, उत्तराखंड की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. दिल्ली में बन रहे मंदिर का विरोध करने की जगह सूबे के मुखिया भूमि पूजन में शामिल हो रहे हैं.

मंगलवार को चारधाम यात्रा में बसें संचालित करने वाले परिवहन व्यवसायियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. राज्य सरकार का पुतला फूंकते हुए आक्रोश भी जाहिर किया. उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि दिल्ली में बन रहे केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर की वजह से करोड़ों लोगों के आस्था को ठेस पहुंची है. दिल्ली में यह मंदिर बनने से उत्तराखंड के हितों पर कुठाराघात भी हो रहा है. जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

देहरादून में कांग्रेस का प्रदर्शन: दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण को लेकर उत्तराखंड में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. मंगलवार को देहरादून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एश्ले हॉल चौक पर मुख्यमंत्री धामी का पुतला दहन करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और अपना विरोध दर्ज कराया. महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. जसविंदर गोगी ने धामी सरकार पर केदारनाथ धाम में धार्मिक आस्था से बार-बार खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि पहले तो केदारनाथ धाम में 230 किलो सोना गायब होने की बात सामने आई थी, जिसे खुद तीर्थ पुरोहितों ने इस मामले को उठाया था. अब दिल्ली में धाम से एक शिला ले जाकर धाम की प्रतिकृति बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि भगवान का मंदिर कहीं भी बनाया सकता है, जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध नहीं करती है. लेकिन केदारनाथ के रूप में जो ग्यारहवां ज्योतिर्लिंग है, इसकी प्रतिकृति बनाना अक्षम अपराध है.

ये भी पढ़ेंः दिल्ली केदारनाथ मंदिर विवाद, कांग्रेस ने CM पर साधा निशाना, बोली- गुमराह करने के लिए जनता से मांगे माफी

ऋषिकेश: दिल्ली में बन रहे केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर के विरोध में ऋषिकेश में परिवहन व्यवसायियों ने सरकार का पुतला फूंका और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. परिवहन व्यवसायियों ने आरोप लगाया कि सरकार, उत्तराखंड की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. दिल्ली में बन रहे मंदिर का विरोध करने की जगह सूबे के मुखिया भूमि पूजन में शामिल हो रहे हैं.

मंगलवार को चारधाम यात्रा में बसें संचालित करने वाले परिवहन व्यवसायियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. राज्य सरकार का पुतला फूंकते हुए आक्रोश भी जाहिर किया. उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि दिल्ली में बन रहे केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर की वजह से करोड़ों लोगों के आस्था को ठेस पहुंची है. दिल्ली में यह मंदिर बनने से उत्तराखंड के हितों पर कुठाराघात भी हो रहा है. जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

देहरादून में कांग्रेस का प्रदर्शन: दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण को लेकर उत्तराखंड में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. मंगलवार को देहरादून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एश्ले हॉल चौक पर मुख्यमंत्री धामी का पुतला दहन करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और अपना विरोध दर्ज कराया. महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. जसविंदर गोगी ने धामी सरकार पर केदारनाथ धाम में धार्मिक आस्था से बार-बार खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि पहले तो केदारनाथ धाम में 230 किलो सोना गायब होने की बात सामने आई थी, जिसे खुद तीर्थ पुरोहितों ने इस मामले को उठाया था. अब दिल्ली में धाम से एक शिला ले जाकर धाम की प्रतिकृति बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि भगवान का मंदिर कहीं भी बनाया सकता है, जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध नहीं करती है. लेकिन केदारनाथ के रूप में जो ग्यारहवां ज्योतिर्लिंग है, इसकी प्रतिकृति बनाना अक्षम अपराध है.

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