देहरादूनः उत्तराखंड पर्यटन विभाग और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के सहयोग से अलग-अलग राज्यों के पर्यटकों को उत्तराखंड दर्शन कराने के लिए अब पितृ छाया एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाएगी. ये ट्रेन मानसखंड एक्सप्रेस की तर्ज पर ही चलाई जाएगी. पितृ पक्ष के दौरान अपने पितरों का हरिद्वार या अन्य संगमों में तर्पण करने के लिए बाहरी राज्यों के लोग उत्तराखंड आते हैं. इस साल 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पितृ पक्ष रहेंगे. जिसके तहत स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी.
बता दें कि पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए पर्यटन विभाग ने हरिद्वार, ऋषिकेश, पंच प्रयाग और बदरीनाथ को शामिल कर पूर्वजों को समर्पित 'पितृ छाया एक्सप्रेस' नामक एक यात्रा शुरू की है. श्राद्ध/पितृ पक्ष अवधि के दौरान अपने पूर्वजों को तर्पण देने की परंपरा हिंदुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. पुणे से शुरू होने वाली पितृ छाया एक्सप्रेस ट्रेन आम जनता को हरिद्वार और पांच प्रयागों (संगम) में तर्पण करने का अवसर देगी.
वहीं अक्टूबर माह में मुंबई से देहरादून तक ट्रेन गंगा-यमुना एक्सप्रेस संचालित करने की योजना बनाई गई है. इस योजना के जरिए पर्यटन विभाग और आईआरसीटीसी मिलकर पर्यटकों को हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी, खरसाली, हनोल, श्री कार्तिक स्वामी, बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्रा कराएंगे. जिसके लिए बुकिंग भी शुरू हो चुकी है.
इस यात्रा का उद्देश्य पर्यटकों को उत्तराखंड में पवित्र गंगा और यमुना नदी के मार्ग पर स्थित महत्वपूर्ण स्थानों पर लाना है. हरिद्वार और ऋषिकेश के साथ-साथ इस यात्रा में जौनसार भावर क्षेत्र के हनोल में स्थित महासू देवता मंदिर का भ्रमण भी कराया जाएगा. यह ट्रेन मुंबई से हरिद्वार के लिए संचालित करने की योजना बनाई जा रही है.
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि इस पहल से स्थानीय युवाओं, होटलों, होमस्टे, परिवहन ऑपरेटर को रोजगार के अवसर मिलेंगे.
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