देहरादून: उत्तराखंड में इस साल नेशनल गेम्स होने हैं, मगर नेशनल गेम्स को लेकर के पूर्वाभ्यास और तमाम तरह की तैयारियों में लेट लतीफी नजर आ रही है. आचार संहिता और लोकसभा चुनाव के मतदान के चलते नेशनल गेम्स के लिए लगने वाले कैंप में काफी देरी हुई है.
लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड को मिली नेशनल गेम्स की मेजबानी पर अभी भी संकट के बादल टले नहीं हैं. एक तरफ ओलंपिक एसोसिएशन ने इस साल दिसंबर में उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेल एलॉट किए हैं. इस दौरान होने वाले एशियाई गेम्स के चलते कई ओलिंपिक खिलाड़ियों ने इस बात पर चिंता जताई है कि एक ही समय में होने वाले इन दोनों प्रतियोगिताओं में खिलाड़ी कैसे प्रतिभाग कर पाएंगे? हालांकि इस पर केंद्रीय फेडरेशन और ओलंपिक एसोसिएशन को फैसला लेना है. अगर उत्तराखंड में नेशनल गेम्स की तैयारियों की बात करें तो विभाग अपनी तरफ से पूरी तरह तैयार होने की बात कर रहा है.
नेशनल गेम्स की तैयारी को लेकर के प्रमुख सचिव खेल अमित कुमार सिन्हा ने बताया इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर के उत्तराखंड में खेल विभाग ने 90 फीसदी कार्य पूरा कर लिया है. अब आखिर में बस कुछ रेट्रो फिटिंग के कार्य बाकी हैं. उन्होंने बताया प्रदेश लंबे समय से अवस्थाना विकास को लेकर के लगातार काम कर रहा है. यही वजह है कि आज उत्तराखंड ने वर्ल्ड क्लास स्टैंडर्ड के सभी पैरामीटर पूरा करने वाला इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड अप किया है. उन्होंने बताया नेशनल गेम्स के इक्विपमेंट के प्रोक्योरमेंट का काम चल रहा है. फेडरेशन द्वारा एफिलिएटिड और रिकॉग्नाइज्ड इक्विपमेंट को खरीदने का काम विभाग कर रहा है.
नेशनल गेम्स के कैंप में हुई देरी: नेशनल गेम्स से पहले होने वाले अलग-अलग खेल संगठन के कैंप को लेकर के लगातार लंबे समय से खेल विभाग प्रयास कर रहा है. प्रदेश में चल रही आचार संहिता और फिर लोकसभा चुनाव के मतदान के चलते नेशनल गेम्स के लिए लगने वाले कैंप में काफी देरी हुई है. इस पूरे मामले पर प्रमुख सचिव खेल अमित सिंह ने बताया कैंप में हुई देरी की वजह चुनाव ड्यूटी में लगे तमाम अधिकारी कर्मचारी हैं. इसकी वजह से कैंप से नहीं लग पाए हैं. अब उत्तराखंड में मतदान हो चुका है. विभाग की पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द प्रदेश में नेशनल गेम्स को लेकर के कैंप लगाया जाये. उन्होंने बताया देरी की भरपाई के लिए मल्टीपल कैंपस लगाये जाएंगे.