देहरादूनः 12 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. इसके साथ ही अप्रैल और मई माह में लोकसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में उत्तराखंड पुलिस के लिए चारधाम यात्रा का सफल संचालन और लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना बड़ी चुनौती बन गया है. इस बीच चारधाम यात्रा के दौरान ही लोकसभा चुनाव की तिथियां आ जाती है दो पुलिस ने लिए दौहरी चुनौती बन सकती है.
चुनाव के लिए फोर्स की डिमांड: उत्तराखंड पुलिस इन दिनों लोकसभा चुनाव और चारधाम यात्रा की तैयारी में जुटी हुई है. चुनाव के मद्देनजर उत्तराखंड पुलिस विभाग की ओर से चुनाव आयोग से 115 कंपनी अर्धसैनिक बल की मांग की गई है. इसके अलावा 7 हजार होमगार्ड जवानों की डिमांड भी की गई है. चुनाव में अर्धसैनिक बल के अलावा उत्तराखंड पुलिस, होमगार्ड, पीआरडी जवान और फॉरेस्ट गार्ड की तैनाती की जाएगी.
चारधाम यात्रा की तैयारी: वहीं अगर चारधाम यात्रा की तैयारी की बात करें तो चारधाम यात्रा को लेकर भी पुलिस विभाग तैयारियों पर जुट गया है. चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की तैयारी शुरू कर दी गई है. चारधाम यात्रा रूट पर 48 थाने और 72 रिपोर्टिंग आउट पोस्ट और 32 सीजनल चौकी है. लेकिन सीजन के समय पर हेमकुंड साहिब को मिलाकर 45 सीजनल चौकी खोली जाती है.
इस संबंध में चारधाम से संबंधित जिलों के एसपी को निर्देशित किया गया है. इस बीच अगर फोर्स की जरूरत पड़ी तो पुलिस मुख्यालय से मांग की जाएगी. इसके अलावा चारधाम यात्रा में एनडीआरएफ और 27 टुकड़ी गोताखोर, एनडीआरएफ की ड्यूटी लगाई जाती है. पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान करीब 4 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी. इस बार भी इतने ही पुलिसकर्मियों की तैनाती करने की तैयारी चल रही है.
हालांकि, अभी तक न ही लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है और न ही सभी धामों के कपाट खुलने की तिथियां घोषित की गई है. 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अलावा केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि अभी घोषित होना बाकी है. ऐसे में तारीख स्पष्ट न होने के कारण पुलिस के लिए संशय की स्थिति बनी हुई है. दोनों आयोजन एक ही समय पर होने से अतिरिक्त फोर्स की जरूरत पड़ सकती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से सभी जिला प्रभारी को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं.
पुलिस विभाग ने दो प्लान तैयार किए: आईजी गढ़वाल करण नगन्याल का कहना है कि अगर लोकसभा चुनाव और चार धाम यात्रा एक साथ होते हैं तो इस चुनौती से निपटने के लिए पुलिस विभाग ने A और B प्लान बनाए हैं. जिसमें A प्लान के तहत यदि पहले लोकसभा चुनाव आयोजित हो जाते हैं तो पुलिस विभाग पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा और चारधाम यात्रा पर ड्यूटी का प्रभाव नहीं होगा. अगर चारधाम यात्रा के दौरान लोकसभा चुनाव आयोजित हो जाते हैं तो प्लान B के तहत होमगार्ड और पीआरडी की आवश्यकता पड़ेगी. इसके लिए सभी जिलों के एसपी को निर्देशित किया जाएगा. चुनाव के समय उत्तराखंड से अन्य राज्यों में पुलिस फोर्स जाती है. पुलिस विभाग द्वारा चुनाव आयोग से पुलिस फोर्स की मांग भी की गई है.
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