देहरादून: उत्तराखंड में पीसीएस अधिकारियों के प्रमोशन का रास्ता खुलता हुआ दिखाई दे रहा है. हालांकि पिछले काफी समय से पीसीएस अधिकारी प्रमोशन का रास्ता तलाश कर रहे थे, लेकिन 8700 ग्रेड पे पर पदोन्नति के लिए कार्मिक विभाग कोई अंतिम निर्णय नहीं ले पाया था. ऐसे में अब जल्द ही लंबित प्रमोशन पर मुहर लगने की उम्मीद है.
पीसीएस अफसरों के ड्यू प्रमोशन पर मंथन: प्रदेश में पीसीएस अधिकारियों के ड्यू प्रमोशन जल्द होने जा रहे हैं. खबर है कि इसके लिए कार्मिक विभाग द्वारा होमवर्क भी पूरा कर लिया गया है. दरअसल राज्य में 7600 ग्रेड पे के पीसीएस अधिकारियों को 8700 पर प्रमोट करने की तैयारी है. हालांकि यह प्रमोशन पहले ही होने थे, लेकिन जानकारी के अनुसार सीनियरिटी को लेकर न्यायालय में वाद के चलते इस पर फैसला नहीं हो पाया था. अब कार्मिक विभाग सभी विवादों को विराम देते हुए इसके लिए नया रास्ता तलाश रहा है. इस कड़ी में कार्मिक विभाग 7600 के पूरे बैच को ही प्रमोशन देने पर विचार कर रहा है. इसके तहत 25 से ज्यादा PCS अधिकारियों को प्रमोशन दिया जा सकता है. इसके लिए 8700 ग्रेड पे पर मौजूद रिक्त पदों के अलावा एक्स कैडर पदों पर भी प्रमोशन दिए जा सकते हैं. उधर दो पीसीएस अधिकारी ऐसे हैं, जिन पर जांच के कारण फिलहाल उन्हें NOC नहीं मिल पाई है. लिहाजा इनके प्रमोशन पर अंतिम निर्णय नहीं हो पाएगा.
आचार संहिता के बाद होगा फैसला: हालांकि फिलहाल कार्मिक विभाग प्रमोशन से जुड़ी फाइलों पर मंथन ही कर रहा है, और इस पर आचार संहिता हटने के बाद ही अंतिम मुहर लगाई जाएगी. बताया जा रहा है कि कार्मिक विभाग में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन के जिम्मेदारी संभालने के बाद प्रमोशन से जुड़े मामलों में तेजी आई है. अब पीसीएस अधिकारियों को भी लंबित प्रमोशन का रास्ता निकलने की उम्मीद जगी है. इसके लिए विभाग के स्तर पर एक दौर की बैठक भी हो चुकी है.
3 पीसीएस अफसर बन सकते हैं आईएएस: उधर दूसरी तरफ पीसीएस से IAS में प्रमोट होने के लिए सीनियर PCS अधिकारियों का भी इंतजार खत्म हो सकता है. फिलहाल इस कैडर के लिए पदोन्नति में दो पद रिक्त हैं. ऐसे में दो पीसीएस अधिकारियों को IAS कैडर में जाने का लाभ जल्द मिल सकता है. फिलहाल इसमें सीनियरिटी के आधार पर नरेंद्र कुरियाल और बंसीलाल राणा को पदोन्नति का मौका मिल सकता है. हालांकि इसके लिए भी तीन पदों पर तीन अधिकारियों के नाम भेजे जाएंगे. पूर्व में पीसीएस अधिकारी निधि यादव की विजिलेंस जांच के कारण पदोन्नति नहीं हो पाई थी. जिसके लिए कार्मिक विभाग दो बार यूपीएससी को प्रमोशन रिव्यू करने के लिए पत्र लिख चुका है. इस तरह यूपीएससी ने यदि इस पर सकारात्मक विचार किया, तो तीन PCS अधिकारियों को आईएएस बनने का मौका मिल सकता है. हालांकि इस पूरी कसरत को अंतिम रूप आदर्श आचार संहिता हटने के बाद ही दिया जा सकेगा.
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