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उत्तराखंड में हीट वेव को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी, लोगों को एहतियात बरतने की दी सलाह - heat wave advisory

Heat Wave Advisory In Uttarakhand उत्तराखंड में दिनों-दिन चिलचिलाती गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जिससे लोग हलका हैं और दिन चढ़ने के साथ ही लोग घरों से निकलने से कतरा रहे हैं. वहीं उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव को लेकर एडवाइजरी जारी की.

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फोटो ईटीवी भारत (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 6, 2024, 9:57 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में लगातार गर्मी की तपिश बढ़ती जा रही है. जिसके चलते उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में हीट वेव का अलर्ट जारी कर दिया है. साथ ही स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने हीट वेव के संबंध में एडवाइजरी भी जारी की है. साथ ही प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. साथ ही गर्मी से संबंधित बीमारियों के बढ़ते खतरे से निपटने और बचाव के लिए व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने को कहा है.

एडवाइजरी के तहत, सभी राजकीय चिकित्सालयों पर जरूरी दवाइयों, आईवी फ्लूड, आईस पैक, ओआरएस और संबंधित सभी आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था करने को कहा गया है. स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि गर्मी जानलेवा भी हो सकती है, ऐसे में जनता को एहतियात बरतना बहुत जरूरी है. गर्मी लगने से व्यक्ति में अत्यधिक थकान, कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, जी मिचलाना, शरीर में ऐंठन, धड़कन बढ़ना, भ्रम की स्थिति समेत अन्य लक्षण दिखने लगते हैं. लिहाजा, गर्मी से बचने के लिए जरूरी है कि खूब पानी पीएं, प्यास न लगी हो तब भी थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें. अपने साथ पानी लेकर चले और यात्रा के दौरान पानी पीते रहें. ओआरएस और घर पर बने पेय पदार्थ जैसे शिकंजी, नारियल पानी, छांछ का लगातार उपयोग करें.
पढ़ें-उत्तराखंड में गढ़वाल से कुमाऊं तक वनाग्नि से हाहाकार, अब तक 5 लोगों ने गंवाई जान, कब बुझेगी जंगलों की आग?

गर्मियों में धूप के दौरान बाहर निकलने से पहले हल्के रंग के कपडे पहने और अपना सिर ढक कर रखे. धूप से बचने के लिए चश्मा, टोपी या छाते का इस्तेमाल करें. जितना संभव हो घर के अन्दर या फिर छायादार स्थानों पर रहने की कोशिश करें. हल्के रंग और ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनें. बच्चों, बुजुर्ग व्यक्तियों, बाहरी कर्मचारियों और पहले से किसी स्वास्थ्य समस्या वाले लोगों पर कड़ी नजर रखें. बाहरी गतिविधियों को सीमित रखें.

हीट वेव को लेकर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को निर्देश

  • हीट वेव से जुड़ी बीमारियों के लक्षणों की जल्द पहचान, निगरानी और रिपोर्टिंग के लिए चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाए.
  • सभी चिकित्सा इकाइयों पर पानी की उपलब्धता और कूलिंग उपकरणों के लगातार करने की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए है.
  • समस्त चिकित्सा इकाइयों में कूलिंग एम्पलायन्सिस के लिए लगातार बिजली की व्यवस्था करें, हरित छत, खिड़कियों के पर्दे समेत अन्य जरूरी चीजों का प्रबंधन करें.
  • राज्य की सभी चिकित्सा इकाइयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग और वाटर रिसाइक्लिंग के लिए आवश्यक कार्रवाई करें.
  • गर्मियों से सम्बन्धित बीमारियों की रोकथाम और उसके नियंत्रण के लिए आम जनमानस के बीच लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाए.
  • स्वास्थ्य सचिव ने गर्मी से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौतों का डेथ ऑडिट कर राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं.
  • आईएचआईपी पोर्टल पर जिला रिर्पोटिंग इकाइयों की ओर से गर्मी से संबंधित बीमारियों की दैनिक रिपोर्टिंग की जाए.

देहरादून: उत्तराखंड में लगातार गर्मी की तपिश बढ़ती जा रही है. जिसके चलते उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में हीट वेव का अलर्ट जारी कर दिया है. साथ ही स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने हीट वेव के संबंध में एडवाइजरी भी जारी की है. साथ ही प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. साथ ही गर्मी से संबंधित बीमारियों के बढ़ते खतरे से निपटने और बचाव के लिए व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने को कहा है.

एडवाइजरी के तहत, सभी राजकीय चिकित्सालयों पर जरूरी दवाइयों, आईवी फ्लूड, आईस पैक, ओआरएस और संबंधित सभी आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था करने को कहा गया है. स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि गर्मी जानलेवा भी हो सकती है, ऐसे में जनता को एहतियात बरतना बहुत जरूरी है. गर्मी लगने से व्यक्ति में अत्यधिक थकान, कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, जी मिचलाना, शरीर में ऐंठन, धड़कन बढ़ना, भ्रम की स्थिति समेत अन्य लक्षण दिखने लगते हैं. लिहाजा, गर्मी से बचने के लिए जरूरी है कि खूब पानी पीएं, प्यास न लगी हो तब भी थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें. अपने साथ पानी लेकर चले और यात्रा के दौरान पानी पीते रहें. ओआरएस और घर पर बने पेय पदार्थ जैसे शिकंजी, नारियल पानी, छांछ का लगातार उपयोग करें.
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गर्मियों में धूप के दौरान बाहर निकलने से पहले हल्के रंग के कपडे पहने और अपना सिर ढक कर रखे. धूप से बचने के लिए चश्मा, टोपी या छाते का इस्तेमाल करें. जितना संभव हो घर के अन्दर या फिर छायादार स्थानों पर रहने की कोशिश करें. हल्के रंग और ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनें. बच्चों, बुजुर्ग व्यक्तियों, बाहरी कर्मचारियों और पहले से किसी स्वास्थ्य समस्या वाले लोगों पर कड़ी नजर रखें. बाहरी गतिविधियों को सीमित रखें.

हीट वेव को लेकर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को निर्देश

  • हीट वेव से जुड़ी बीमारियों के लक्षणों की जल्द पहचान, निगरानी और रिपोर्टिंग के लिए चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाए.
  • सभी चिकित्सा इकाइयों पर पानी की उपलब्धता और कूलिंग उपकरणों के लगातार करने की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए है.
  • समस्त चिकित्सा इकाइयों में कूलिंग एम्पलायन्सिस के लिए लगातार बिजली की व्यवस्था करें, हरित छत, खिड़कियों के पर्दे समेत अन्य जरूरी चीजों का प्रबंधन करें.
  • राज्य की सभी चिकित्सा इकाइयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग और वाटर रिसाइक्लिंग के लिए आवश्यक कार्रवाई करें.
  • गर्मियों से सम्बन्धित बीमारियों की रोकथाम और उसके नियंत्रण के लिए आम जनमानस के बीच लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाए.
  • स्वास्थ्य सचिव ने गर्मी से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौतों का डेथ ऑडिट कर राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं.
  • आईएचआईपी पोर्टल पर जिला रिर्पोटिंग इकाइयों की ओर से गर्मी से संबंधित बीमारियों की दैनिक रिपोर्टिंग की जाए.
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