देहरादून: उत्तराखंड में मानसून सीजन को देखते हुए शिक्षा विभाग ने भी कंट्रोल रूम स्थापित किया है. शिक्षा मंत्री ने इस बात की जानकारी देते हुए कंट्रोल रूम के माध्यम से छात्रों की समस्याओं के समाधान की बात कही है. इस दौरान शिकायतकर्ताओं के लिए कंट्रोल रूम में नोडल अधिकारी भी नामित कर दिए गए हैं. ताकि लोगों की समस्याओं पर न केवल समाधान की तरफ कदम उठाए जा सके, बल्कि कंट्रोल रूम को दी गई जिम्मेदारी की भी समीक्षा की जा सके.
मानसून का सीजन आते ही एक तरफ जहां आपदा प्रबंधन विभाग भारी बारिश के संबंध में तैयारी में जुटा है तो वहीं शिक्षा विभाग भी हर दिन में फैसले कर रहा है. इस कड़ी में राज्य में पहली बार शिक्षा विभाग ने छात्रों और अभिभावकों के लिए बरसात को देखते हुए कंट्रोल रूम स्थापित करने का फैसला लिया है. खास बात यह है कि कंट्रोल रूम स्थापित होने के बाद अब शिक्षा विभाग की तरफ से यहां पर नोडल और सह नोडल अधिकारी नामित कर दिए गए हैं. शिक्षा विभाग का पहली बार कंट्रोल रूम स्थापित करने का मकसद छात्रों और उनके अभिभावकों की समस्याओं का कंट्रोल रूम के माध्यम से समाधान करना है. इसके लिए विभाग ने एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है.
विभाग की तरफ से शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 18001804132 जारी किया गया है.खास बात यह है कि इस कंट्रोल रूम में शिक्षक भी अपनी समस्याएं बता सकेंगे, नोडल अधिकारियों के स्तर पर इन समस्याओं के समाधान के लिए काम किया जाएगा. फिलहाल 8 जुलाई से 10 अगस्त तक कंट्रोल रूम में समस्याएं और उनके निराकरण पर काम किया जाएगा. जबकि कंट्रोल रूम को लेकर हर 2 सप्ताह में समीक्षा करने के भी निर्देश विभाग के मंत्री ने दिए हैं.शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की मानें तो बरसात के सीजन में सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गतिविधियों में बारिश परेशानी बन जाती है, ऐसे भी कंट्रोल रूम इन समस्याओं का समाधान करेगा और न केवल छात्र अभिभावक उनकी शिक्षक भी इसमें अपनी समस्याओं को दर्ज करा सकेंगे.
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