देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस का विराट कार्यकर्ता सम्मेलन एक फ्लॉप शो साबित हुआ. कार्यकर्ता सम्मेलन में मंच पर जबरदस्त अव्यवस्थाएं देखने को मिली. कार्यक्रम स्थल पर खाली कुर्सियां और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण के दौरान मैदान छोड़ने लोगों की तस्वीर ने फ्लॉप शोक की तस्दीक की. विराट कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मंच पर अफरा तफरी रही. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता फोटो खिंचवाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के करीब जाने की होड़ में दिखाई दिये. वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी जल्दबाजी में दिखाई दिये.
प्रबंधन की कमी के कारण सम्मेलन में दिखी अव्यवस्थाएं: बता दें कांग्रेस को विराट कार्यकर्ता सम्मेलन से काफी उम्मीदें थीस मगर अब वह मल्लिकार्जुन खड़गे के दौरे के बाद पूरी होती नहीं दिख रही हैं. कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यक्रम के लिए खास तैयारियां की थी, मगर प्रबंधन की कमी ने इस पूरे कार्यक्रम को फेल कर दिया. कार्यक्रम में मंच पर जैसे ही मल्लिकार्जुन खड़गे के पहुंचने की सूचना दी गई वैसे ही अफरा तफरी का माहौल दिखाई दिया.
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पूरे कार्यक्रम में जल्दबाजी ने दिखे खड़गे: कार्यक्रम स्थल पर पहले तो मल्लिकार्जुन खड़गे देरी से पहुंचे, उधर कांग्रेस के दावों के लिहाज से मैदान पर लोगों की भीड़ भी कम दिखाई दी. समस्या कार्यकर्ता सम्मेलन में कम भीड़ की नहीं थी, बल्कि मंच पर अव्यवस्थाओं ने परेशानियों को बढ़ा दिया. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पूरे कार्यक्रम के दौरान जल्दबाजी में दिखाई दिए.
हरीश रावत, हरक सिंह को नहीं मिला बोलने का मौका: मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने मंच पर दिए गए भाषण के दौरान भी उन्होंने इस बात को कबूला. स्थिति यह रही कि इसी जल्दबाजी में उत्तराखंड के सबसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश रावत को भी मंच पर बोलने का मौका नहीं दिया गया. इसके अलावा हरक सिंह रावत, तिलकराज बेहड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी बोलने के मौका नहीं मिला. ये वे नेता हैं जो लोकसभा चुनाव से पहले आज के सम्मेलन से माहौल बना सकते थे. इन नेताओं को लोग सुनते हैं, मगर जल्दबाजी के चक्कर में कांग्रेस ने इस मौके के गंवा दिया.
खडगे के साथ फोटो खिंचवाने के लिए आतुर दिखे कांग्रेसी: सबसे ज्यादा दिक्कत उन नेताओं और कार्यकर्ताओं के कारण हुई जो मंच पर फोटो खिंचवाने के लिए आतुर दिखे. कई नेता ऐसे थे जो राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के करीब पहुंचकर उन्हें कुछ ना कुछ भेंट देना चाहते थे, लेकिन पार्टी प्रदेश पर कुमारी शैलजा से लेकर बाकी नेता उन्हें ऐसा करने से रोकते हुए दिखाई दिए. इन्हीं तमाम तस्वीरों को देखकर हर कोई हैरान सा दिखाई दिया. कांग्रेस के विधायक हरीश धामी तो मंच पर चढ़े ही नहीं. कई पूर्व विधायक भी कार्यकर्ताओं के साथ मंच से नीचे ही दिखाई दिए.
नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने भी मानी कमी: इस पूरी स्थिति को लेकर जब ईटीवी भारत ने नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी से बातचीत की तो उन्होंने कहा जल्दबाजी और भीड़ के कारण ऐसा हुआ है. उन्होंने कहा पार्टी का हर नेता और कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलना चाहता है. इसी स्थिति में प्रबंधन में कुछ कमी रह गई.