देहरादून: आज दिल्ली में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रभारी कुमारी शैलजा की अध्यक्षता में सभी विधायकों की बैठक एआईसीसी के वार रूम में आहुत की गई. इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
बैठक में नवनिर्वाचित विधायक काजी निजामुद्दीन और लखपत बुटोला का भी स्वागत और अभिनंदन किया गया. इस दौरान प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने बदरीनाथ और मंगलोर विधानसभा की जनता का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा भाजपा की सरकार लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचलना चाहती है और जनता के अधिकारों को समाप्त कर देना चाहती है. उन्होंने केदारनाथ घाटी में आई आपदा का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में दैवीय आपदा आई हुई है, लेकिन केंद्र की सरकार ने धामी सरकार को आपदा से निपटने के लिए एक भी रुपया नहीं दिया. उन्होंने दो विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत पर उत्तराखंड प्रदेश के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी.
कुमारी शैलजा ने कहा आने वाले समय में केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के साथ नगर निकाय और पंचायत चुनाव की चुनौतियां भी हैं. उन्होंने विधायक दल की बैठक में आपसी मतभेद भुला कर आने वाले चुनाव की तैयारियों में जुटने का आग्रह किया. करन माहरा ने उत्तराखंड कांग्रेस की ओर से किया जा रहे हैं कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 280 किलोमीटर की केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा निकालकर भाजपा सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करने का काम किया है. बैठक में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी अपने विचार रखे. उन्होंने कहा प्रदेश कांग्रेस सदन में सरकार की गलत नीतियों का लगातार विरोध करती आ रही है. आगे भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक जनता की लड़ाई लड़ी जाएगी.
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के की अध्यक्षता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई. कांग्रेस पार्टी आने वाले समय में हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट में हुए खुलासे, केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय व्यापी जातीय जनगणना कराये जाने और सामाजिक व आर्थिक न्याय को लेकर जन आंदोलन अभियान चलाएगी. इस बैठक में भारत सरकार से बांग्लादेश में आर्थिक अल्पसंख्यकों को और उनके पूजा स्थलों पर हो रहे हमलों को रोकने और उन्हें सुरक्षा सम्मान और सद्भाव का जीवन जीने में सक्षम बनाने के लिए हर संभव कदम उठाने का भी आह्वान किया गया है. इसके अलावा केरल राज्य के वायनाड में हुए भूस्खलन त्रासदी पर भी गहरा दुख जताया गया है. बैठक में इस घटना को राष्ट्रव्यापी आपदा घोषित करने की राहुल गांधी की मांग को दोहराया गया.