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देहरादून जेल में सजा काट रही महिलाओं से मिलीं बाल आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना, बच्चों को दुलारती भी दिखीं - SCPCR Uttarakhand

Dehradun District Jail, Geeta Khanna Inspects Sudhowala Jail उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने सुद्धोवाला जेल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जेल में सजायाफ्ता कैदियों और उनके बच्चों का हाल जाना. साथ ही बच्चों से भी बात की. उन्होंने कहा कि जेल में कैदियों के मानसिक और बौद्धिक विकास का ध्यान रखा जा रहा है.

Geeta Khanna Inspects Sudhowala Jail in Dehradun
उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना (फोटो- SCPCR UTTARAKHAND)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 14, 2024, 4:13 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने देहरादून जेल में अपनी मां के साथ सजा काट रहे बच्चों का हालचाल जानने को लेकर जुवेनाइल का औचक निरीक्षण किया. औचक निरीक्षण के दौरान गीता खन्ना ने जुवेनाइल की व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई. साथ ही बच्चों से भी बातचीत कर उनका हाल चाल भी जाना. आयोग की टीम को जेल में बंद महिला कैदियों के साथ 6 साल से कम उम्र के पांच बच्चे मिले.

दरअसल, जेल नियमावली के अनुसार के मुताबिक, सजायाफ्ता कैदियों के 6 साल तक के बच्चे को अपनी मां के साथ जेल में रहने की अनुमति है. ताकि, बच्चे को मां की देखभाल और पोषण की जरूरत को पूरा किया जा सके. ऐसे में अपनी मां के साथ जुवेनाइल में बच्चों का नियमों के तहत ठीक तरीके से पालन हो रहा है या नहीं? इसको जानने को लेकर राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने आयोग सदस्य विनोद कप्रवाण और अनु सचिव एसके सिंह के साथ सुद्धोवाला जेल का औचक निरीक्षण किया.

कैदियों के मानसिक और बौद्धिक विकास का रखा जा रहा ध्यान: वहीं, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तराखंड की अध्यक्ष गीता खन्ना ने कहा कि कैदियों के मानसिक और बौद्धिक विकास का ध्यान रखा जा रहा है. सभी महिला कैदियों की समय-समय पर काउंसलिंग भी की जा रही है. उनके लिए मनोरंजन के लिए रेडियो की व्यवस्था है.

महिला कैदियों और बच्चों को जरूरी सप्लीमेंट देने के निर्देश: साथ ही कैदियों को उनके परिचितों से हफ्ते में एक दिन बात कराने की भी व्यवस्था है. औचक निरीक्षण के दौरान आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना ने महिला कैदियों और बच्चों में आयरन, विटामिन डी के सप्लीमेंट वितरित करने को कहा. ताकि, उन्हें आयरन और विटामिन की कमी से बचाया जा सके.

सजा काट रही महिला ने गीता खन्ना से की ये अपील: वहीं, बातचीत के दौरान सजा काट रही महिला ने बाल आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना से कहा कि उसके दो बेटे हैं. दोनों बेटे ड्रग्स की चपेट में आकर बर्बाद हो रहे हैं. ये दोनों बच्चे अपने दादा-दादी के पास रहते हैं. जिस गीता खन्ना ने 12 साल उम्र के बच्चे की देखरेख के लिए पुनर्वास का आदेश दिया है. ताकि, बच्चे को आश्रय गृह में रखकर नशे की लत से बचाया जा सके.

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देहरादून: उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने देहरादून जेल में अपनी मां के साथ सजा काट रहे बच्चों का हालचाल जानने को लेकर जुवेनाइल का औचक निरीक्षण किया. औचक निरीक्षण के दौरान गीता खन्ना ने जुवेनाइल की व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई. साथ ही बच्चों से भी बातचीत कर उनका हाल चाल भी जाना. आयोग की टीम को जेल में बंद महिला कैदियों के साथ 6 साल से कम उम्र के पांच बच्चे मिले.

दरअसल, जेल नियमावली के अनुसार के मुताबिक, सजायाफ्ता कैदियों के 6 साल तक के बच्चे को अपनी मां के साथ जेल में रहने की अनुमति है. ताकि, बच्चे को मां की देखभाल और पोषण की जरूरत को पूरा किया जा सके. ऐसे में अपनी मां के साथ जुवेनाइल में बच्चों का नियमों के तहत ठीक तरीके से पालन हो रहा है या नहीं? इसको जानने को लेकर राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने आयोग सदस्य विनोद कप्रवाण और अनु सचिव एसके सिंह के साथ सुद्धोवाला जेल का औचक निरीक्षण किया.

कैदियों के मानसिक और बौद्धिक विकास का रखा जा रहा ध्यान: वहीं, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तराखंड की अध्यक्ष गीता खन्ना ने कहा कि कैदियों के मानसिक और बौद्धिक विकास का ध्यान रखा जा रहा है. सभी महिला कैदियों की समय-समय पर काउंसलिंग भी की जा रही है. उनके लिए मनोरंजन के लिए रेडियो की व्यवस्था है.

महिला कैदियों और बच्चों को जरूरी सप्लीमेंट देने के निर्देश: साथ ही कैदियों को उनके परिचितों से हफ्ते में एक दिन बात कराने की भी व्यवस्था है. औचक निरीक्षण के दौरान आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना ने महिला कैदियों और बच्चों में आयरन, विटामिन डी के सप्लीमेंट वितरित करने को कहा. ताकि, उन्हें आयरन और विटामिन की कमी से बचाया जा सके.

सजा काट रही महिला ने गीता खन्ना से की ये अपील: वहीं, बातचीत के दौरान सजा काट रही महिला ने बाल आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना से कहा कि उसके दो बेटे हैं. दोनों बेटे ड्रग्स की चपेट में आकर बर्बाद हो रहे हैं. ये दोनों बच्चे अपने दादा-दादी के पास रहते हैं. जिस गीता खन्ना ने 12 साल उम्र के बच्चे की देखरेख के लिए पुनर्वास का आदेश दिया है. ताकि, बच्चे को आश्रय गृह में रखकर नशे की लत से बचाया जा सके.

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