हल्द्वानी: खरीफ फसलों में कीट प्रकोप रोगों की संभावना को देखते हुए उत्तराखंड कृषि विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी के तहत कृषि विभाग ने सभी कृषि अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों को कीट रोग प्रबंधन और मॉनिटरिंग करने के निर्देश जारी किए हैं. एडवाइजरी में कहा गया है कि फसलों में कीट रोग लगने की संभावना है, जिसको देखते हुए फसलों को बचाव हेतु तत्काल उपाय किए जाएं. इसके अलावा विभागीय अधिकारी किसानों के साथ गोष्ठी और प्रशिक्षण के माध्यम से व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर किसानों को जागरूक करें.
कीट प्रकोप रोगों की संभावना को लेकर एडवाइजरी जारी: संयुक्त निदेशक कृषि विभाग कुमाऊं मंडल पीके सिंह ने बताया कि खरीफ फसलों के लिए कृषि विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है, जिसके तहत फसलों में लगने वाली बीमारियों को लेकर किसानों के लिए जन-जागरूकता चलाया जा रहा है. सभी कृषि निवेश केंद्रों पर आवश्यक कृषि रसायन की उचित व्यवस्था की गई है.इसके अलावा किसान सूचना केंद्र के तहत किसानों के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि जनपद स्तरीय कृषि वैज्ञानिकों के फोन नंबर पर संपर्क रोग प्रबंधन की जानकारी ले सकते हैं. सभी कृषि अधिकारियों और वैज्ञानिकों को निर्देशित किया गया है कि जहां कहीं से भी रोग संबंधित सूचना प्राप्त हो, उस पर तुरंत कार्रवाई की जाए, जिससे फसलों को नुकसान से बचाया जा सके.
टोल फ्री नंबर पर भी किसान कर सकते हैं संपर्क: पीके सिंह ने बताया कि मौसम के अनुसार खरीफ फसलों में रोग की संभावना बनी हुई है. किसानों से अपील की गई है कि फसल में खैरा, फफूंदी जनक रोगों की संभावना बनी हुई है. ऐसे में धान की खेतों में अधिक समय तक पानी को नहीं रोंके.
अगर फसल में फफूंदी लगती है, तो रसायन का छिड़काव कर फफूंदी को नष्ट करें. समय रहते जिले के सभी न्याय पंचायत में बनाए गए कृषि निवेश केंद्र पर संपर्क कर मदद ले सकते हैं. इसके अलावा पंतनगर कृषि विज्ञान केंद्र के टोल फ्री नंबर 05944-234810 कॉल सेंटर पर संपर्क कर मदद ले सकते हैं.
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