वाराणसी : बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गुरुवार की शाम बच्चा चोरी के आरोप में बेंगलुरु जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंची एक महिला और एक पुरुष को हिरासत में लिया गया. दोनों को अकासा एयरलाइंस के कर्मचारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था. आरोप है कि दोनों मुगलसराय के निजी अस्पताल से बच्चा चुराने के बाद बेंगलुरु भागने की फिराक में थे. पुलिस की जांच में मामला मानव तस्करी का निकला है. चिकित्सक ही इसका मास्टर माइंड है. पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है.
डीसीपी गोमती जोन मनीष कुमार शांडिल्य के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि महिला ने 6 दिन के बच्चे को एक निजी अस्पताल से 50 हजार रुपये में खरीदा था. वह मैसूर लेकर जा रही थी. वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचने पर चेकिंग के दौरान शक होने पर अकासा एयरलाइंस के कर्मचारियों ने पूछताछ की और बच्चे के बाबत जानकारी चाही, लेकिन वह बच्चे के बारे में सही जानकारी दे नहीं पाई. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी.
सूचना पर फूलपुर पुलिस मौके पर पहुंची और सजाबाद रामनगर निवासी महिला को उसके पुरुष मित्र के साथ गिरफ्तार किया गया है. डीसीपी के मुताबिक महिला के पास मिला बच्चा चोरी का है. इसे वह मैसूर में रहने वाली अपनी देवरानी के लिए लेकर जा रही थी. उसने यह बच्चा चंदौली जिले के मुगलसराय स्थित एक प्राइवेट अस्पताल से चुराया था. इस मामले में जांच की जा रही है. साथ ही अस्पताल की भूमिका की भी जांच की जा रही है.
डॉक्टर चला रहा था गैंग : मामले को मानव तस्करी से भी जोड़कर देखा जा रहा है. आरोपी महिला ने पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी दी है. महिला ने बताया कि उसने यह बच्चा 50000 रुपये में खरीदा था. जांच में अस्पताल को चलाने वाला कथित डॉक्टर ही इस पूरे मामले का सरगना निकला. पुलिस ने आरोपी डॉक्टर अमजद खान उर्फ जमील अहमद को गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है.
बहन को बच्चा न होने पर किया सौदा : पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि पड़ाव क्षेत्र की रहने वाली निधि सिंह बेंगलुरु में रहने वाली अपनी बहन को बच्चा न होने की वजह से काफी परेशान थी. इसे लेकर उसने जिला चंदौली दुल्हीपुर के हॉस्पिटल के डॉक्टर अमजद खान से संपर्क किया. अमजद खान ने उसे इसके बदले 100000 मांगे थे लेकिन बाद में ₹50000 पर सौदा फाइनल हुआ. इस दौरान लगभग एक सप्ताह पहले उसके यहां एक गरीब तबके की महिला को एक बेटा हुआ. इसका नाम रुद्रांश रखा गया था.
परिजनों को बिना कोई जानकारी दिए डॉक्टर अमजद ने 50000 में निधि सिंह को बेच दिया. पुलिस का कहना है कि यह पूरा मामला मानव तस्करी से जुड़ा है. इसमें अभी और लोगों के इंवॉल्वमेंट होने की उम्मीद जताई जा रही है.
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