लखनऊ : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है. पार्टी ने 4 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए अपने नए सांसदों को जिम्मेदारी सौंपी है. एक सीट की जिम्मेदारी पार्टी के मौजूदा विधायक को सौंपी है. इसके अलावा दो पूर्व विधायक और एक पूर्व लोकसभा प्रत्याशी को पर्यवेक्षक बनाया गया है. इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की तरफ से आदेश भी जारी किया गया है.
किशोरी लाल शर्मा को बनाया सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र का पर्यवेक्षक : पर्यवेक्षकों की सूची में अमेठी से सांसद किशोरीलाल शर्मा को सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र का पर्यवेक्षक बनाया गया है. मीरापुर के लिए सहारनपुर सांसद इमरान मसूद को पर्यवेक्षक बनाया गया है. कुंदरकी की जिम्मेदारी सीतापुर के सांसद राकेश राठौर को दी गई है. गाजियाबाद विधानसभा के लिए बाराबंकी के सांसद तनुज पुनिया को कमान सौंपी गई है. मझवा विधानसभा के लिए विधायक वीरेंद्र चौधरी को पर्यवेक्षक बनाया गया है.
फूलपुर विधानसभा के लिए प्रयागराज के सांसद उज्जवल रमण सिंह को पर्यवेक्षक बनाया गया है. कटेहरी विधानसभा के लिए पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पर्यवेक्षक बनाया गया है. अयोध्या कि मिल्कीपुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट के लिए पूर्व विधायक और राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह को पर्यवेक्षक बनाया है. खैर (सुरक्षित) विधानसभा सीट के लिए पूर्व विधायक राजकुमार रावत को पर्यवेक्षक बनाया है. जबकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की विधानसभा सीट करहल के पर्यवेक्षक के तौर पर फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के पूर्व प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार को पर्यवेक्षक बनाया गया है.
अजय राय बोले-गठबंधन में मिलकर दोनों पार्टियां लड़ेंगी चुनाव : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि समाजवादी पार्टी के पांच विधायक सांसद हुए हैं. जबकि शेष पांच सीटों में तीन भारतीय जनता पार्टी की एक आरएलडी और एक निषाद पार्टी की है. हमने गैर समाजवादी पार्टी कोट की सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव दिया है. इस पर जो भी अंतिम निर्णय लेना होगा वह केंद्रीय नेतृत्व और समाजवादी पार्टी का आलाकमान मिलकर लेगा और जितने भी सीटें पार्टी को लड़ने को मिलेंगे. उस पर पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी.