कानपुर : सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपये की नजूल की भूमि कब्जाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने 28 जुलाई को कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को जेल भेजा था. इस मामले की लगातार जांच जारी है. आरोपी को पुलिस ने 24 अगस्त तक रिमांड पर ले रखा है. गुरुवार को एसीपी आशुतोष वैल्यूअर के साथ अवनीश के किदवई नगर स्थित घर पहुंचे तो सच्चाई जानकर दंग रह गए. यह मकान करोड़ों का है. इसमें करीब 9 लाख रुपये की लिफ्ट लगी है. इटली का मार्बल भी लगाया गया है.
एसीपी आशुतोष के अनुसार करोड़ों रुपये की कीमत वाले अवनीश के घर में 9 लाख का रुपये की लिफ्ट लगी है. घर में इटेलियन मार्बल लगा है. इसके अलावा विदेशी मिरर और कई कीमती सामान हैं. पूछताछ में अवनीश ने बताया कि लिफ्ट तोहफे में मिली थी. जबकि बाकी सामान उधार लिया गया था. वहीं, डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने दावा किया कि आरोपी अवनीश दीक्षित का मोबाइल बरामद कर लिया गया है. मोबाइल फोन से करोड़ों की जमीन कब्जाने के मामले के कई राज खुल सकते हैं. डीसीपी का कहना है कि गुरुवार को सूचना भी मिली थी कि अवनीश के घर में कुछ अज्ञात लोग घुस रहे हैं. इस पर फौरन एक्शन लेते हुए छापा मार कर घर से कीमती सामान जब्त कर लिया गया है.
पीएफ व केस्को में करोड़ों का घोटाला कर चुका है सुनील शुक्ला : डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि जमीन कब्जाने के मामले में जेल भेजे गए कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को सबसे अधिक रुपये अशोक नगर निवासी कारोबारी सुनील शुक्ला व सूटरगंज निवासी कारोबारी संजीव दीक्षित ने ट्रांसफर किए थे. अवनीश व उनकी पत्नी प्रतिमा के कुल 10 अलग-अलग खातों की जांच में करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शंस मिले हैं. इनकी भी जांच कराई जा रही है. आरोपी अशोकनगर निवासी सुनील शुक्ला ने कानपुर में पहले भी पीएफ कार्यालय व केस्को कार्यालय में अपने कर्मियों को लगाकर करोड़ों रुपये का फ्रॉड किया था. उस समय भले ही वह केस बंद हो गए हों, मगर अब सीपी के आदेश पर दोबारा उन केसों की जांच शुरू करा दी गई है. डीसीपी पूर्वी ने कहा कि गुरुवार को उक्त दोनों कारोबारियों के आवासों पर छापेमारी की गई थी, मगर दोनों ही मौके से गायब थे.