वाराणसी : धर्मानगरी काशी में चलने वाली सिटी बस, ई रिक्शा आदि पर जल्द ही काशी का लोगों नजर आएगा. लोगों में त्रिशूल व विश्वनाथ धाम का मॉडल शामिल किया जाएगा. पहली बार इस तरीके का प्रयास किया जा रहा है. वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्टेशन सर्विस लिमिटेड की ओर से इसे डिजाइन किया जा रहा है. अगले सप्ताह से इसे वाहनों पर लगाने का काम शुरू हो जाएगा.
काशी में काफी संख्या में पर्यटक आते हैं. वे बस, ई-रिक्शा आदि से सफर करते हैं. अब ऐसे वाहनों को खास पहचान देने की रणनीति तैयार की गई है .इसे लेकर वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बोर्ड बैठक भी हो चुकी है. इसमें लोगों लगाने के प्रस्ताव पर मुहर भी लग चुकी है. ई-बस, डीजल बस, ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा आदि पर ये लोगो लगाए जाएंगे. ये काशी की खास पहचान बताएंगे.
वीसीटीएसएल के अनुसार यदि हम महानगर में सिटी ट्रांसपोर्टेशन को देखें तो उनका एक अलग लोगों होता है, जो शहर की पहचान को बताता है. ये पर्यटकों के लिए सुविधाजनक भी होता है. बनारस में बड़ी संख्या में पर्यटकों का आगमन हो रहा है. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस तरीके के प्रयास को शुरू किया जा रहा है.
एआरएम एके सिंह का कहना है कि सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड में 50 ई-बस, 70 डीजल बस संचालित होती हैं. इसके साथ ही 100 ई रिक्शा का संचालन होता है. पहले फेज में जल्द लोगों की डिजाइन कंप्लीट कर इन सभी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज पर लोगों को लगाया जाएगा.
वाराणसी में विश्वनाथ धाम बनने के बाद लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में पर्यटकों को लुभाने के लिए पर्यटन विभाग अलग-अलग नए प्रयासों को कर रहा है. इसी के तहत परिवहन विभाग की ओर से भी शहर में संचालित बसों को न सिर्फ आधुनिक स्वरूप में तैयार किया जा रहा है बल्कि यात्रियों के लिए सहूलियत को भी बढ़ाया जा रहा है. इसी के क्रम में अब पर्यटकों को शहर में प्रवेश करने के साथ त्रिशूल व विश्वनाथ धाम का लोगो दिखेगा.