रायपुर: पिछली सरकार के रीपा योजना में गड़बड़ी का मामला सदन में विधायक और पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने उठाया. कौशिक ने कहा कि मंत्री जी ने 300 रीपा बनाए जाने की जानकारी दी है. मेरा मंत्री जी से सवाल है कि एक रीपा केंद्र के लिए कितनी राशि इंवेस्ट की गई है और किस मद से राशि दी गई है. गृहमंत्री विजय शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि 300 रीपा बनाये जाने थे, सभी बन गए. साल 2022-23 में 441 करोड़ का बजट स्वीकृत था. जिसमें 260 करोड़ का भुगतान हुआ है. अलग अलग स्थानों पर अलग अलग जरूरत के हिसाब से रीपा केंद्र बनाए गए हैं. मंत्री के जवाब से कौशिक संतुष्ट नहीं हुए और फिर सवाल पूछा.
धरमलाल कौशिक ने पूछा- किस-किस मद से राशि गई है?
मंत्री विजय शर्मा ने कहा- विभिन्न मदों से गई है, डीएमएफ सहित अन्य कई मदों की राशि है.
धरमलाल कौशिक ने कहा- योजना शुरू हुआ तब से करीब 600 करोड़ रुपये की राशि है. डीएमएफ के मद से खर्च कर भ्रष्टाचार किया गया है. दंतेवाड़ा जिले में भैरममन में जो खरीदी की गई है वो कितनी हुई है.
मंत्री विजय शर्मा ने कहा- इसे देखना पड़ेगा. किस विषय में कह रहे हैं इसे चिन्हांकित करें. यदि इसमें डेश है तो उसमें भुगतान नहीं हुआ है.
धरमलाल कौशिक ने कहा- दंतेवाड़ा में रीपा के लिए खरीदी की गई है. उसमें राशि का वर्णन किया गया है या अब तक उधारी में ही चल रहा है. मंत्री ने कहा- एक बार देखकर मैं बताउंगा. इसके बाद कौशिक ने कहा दंतेवाड़ा के मैलाबाड़ा रीपा केंद्र में 90 लाख की खरीदी की गई. 90 लाख की खरीदी करने के बाद उसमें उत्पादन हुआ लेकिन एक पैसे का भी विक्रय नहीं हुआ. इसका मतलब खरीदी के दौरान लीपापोती की गई है. मंत्री-अधिकारी बताने की स्थिति में नहीं है. सरपंचों से जबरदस्ती दस्तखत कराए गए हैं. मनमानी खरीदी हुई है. वहां मशीन भी नहीं लगे है जो मशीन लगे है वो काम भी नहीं कर रहे हैं. 600 करोड़ का मामला है. क्या मंत्री जी रीपा के मामले में चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में जांच कराएंगे?
बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने मंत्री विजय शर्मा से पूछा- कई मदों से भुगतान हुआ है. रीपा का क्या भौतिक सत्यापन हुआ है?
मंत्री विजय शर्मा ने कहा-रीपा में स्ट्रक्चर बना है, कई जगहों पर सामान है, कुछ नहीं है. जो अपेक्षा थी वो पूर्ण नहीं हुआ है. रीपा का एडवोकेट जनरल के जरिए ऑडिट होगा. चीफ सेक्रेटी की अध्यक्षता में समिति बनाकर जांच कराएंगे.
धरमलाल कौशिक ने कहा- रीपा में ऐसा भी हुआ है कि 2 करोड़ का काम है पूरा और 80 लाख का प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाया गया है, ये हाल है.
अजय चंद्राकर ने कहा- कहीं का पैसा कहीं घुसा दिया गया है. जांच की घोषणा हुई है लेकिन टाइम लिमिट बताया जाए.
बीजेपी विधायक धरमजीत सिंह ने कहा- कई सरपंचों का भुगतान नहीं हुआ है, उनके लिए आत्महत्या की स्थिति है. उन्हें आत्महत्या से बचाया जाए और भुगतान किया जाए, बाद में मत कहिएगा जब आत्महत्या करने लगे.
मंत्री विजय शर्मा की बड़ी घोषणा: 3 महीने में होगी जांच पूरी.