लखनऊ : उत्तर प्रदेश की विधानसभा में राजनीति में एक नया स्वरूप देखने को मिला है. बहुजन समाज पार्टी ने 'बाबा तेरा मिशन अधूरा, कांशी राम करेंगे पूरा' नारा दिया था. इसके बाद अब समाजवादी पार्टी ने 'बाबा तेरा मिशन अधूरा, अखिलेश यादव करेंगे पूरा' नारा दिया है. भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर अब आक्रामक है.
लोकसभा में डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी और विपक्ष के अन्य नेताओं ने विधानसभा सत्र के दौरान जमकर हंगामा किया. सभी ने अपने हाथ में डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर ले रखी थी. 'जय भीम जय भीम' के नारे लगाए जा रहे थे. इसी के साथ 'बाबा तेरा मिशन अधूरा, अखिलेश यादव करेंगे पूरा' का भी नारा लगाया गया. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने इस मुद्दे पर कहा कि जिस तरह से लोकसभा में डॉ भीमराव आंबेडकर का अपमान किया गया, इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार को माफी मांगनी चाहिए.
दूसरी ओर सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना लगातार विपक्ष पर डॉ आंबेडकर के नाम पर दिखावा करने का आरोप लगा रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना समाजवादी पार्टी के विधायकों को समझ रहे थे कि वे बाबा साहब की तस्वीर को उल्टा भी हाथ में लिए हुए हैं, जिससे उनका अपमान हो रहा है. यह सारी बात विधायकों ने नहीं मानी और जमकर शोर शराबा करते रहे. आखिरकार अनुपूरक बजट पास होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया.
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक उमाशंकर दुबे ने बताया कि निश्चित तौर पर लोकसभा चुनाव में जिस तरह से दलितों ने समाजवादी पार्टी को वोट दिया. उनको इससे फायदा मिला है और अब वे इस राजनीति को आगे ले जाना चाहते हैं, ताकि बहुजन समाज पार्टी से छिटका हुआ वोट सपा के पाले में चला जाए.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक अवस्थी का इस बारे में कहना है कि अखिलेश यादव एक अवसरवादी नेता हैं. जिस समय शासन सत्ता थी, उस समय आंबेडकरवादियों पर मुकदमे लगाए गए थे. उनकी जमीनों पर कब्जे किए गए थे. आजम खां ने कहा था कि बाबा साहब आंबेडकर की मूर्ति लगाकर लोग जमीन पर कब्जा करते हैं.