कानपुर: गंगा नदी को गंदा करने के मामले में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अब कानपुर रिवर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड पर 6.62 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों का कहना है, लगातार उक्त कंपनी को इस बारे में नोटिस दी जा रही थी, कि गंगा में जो गंदा पानी जा रहा है उसे रोकने के लिए कोई प्लान बनाया जाए और उसे क्रियान्वित कराया जाए.
लेकिन, कंपनी के अफसरों द्वारा इस मामले में किसी तरीके का कोई संज्ञान नहीं लिया गया. ऐसे में अब उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कंपनी के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की गई है. वहीं, पूरे मामले की जानकारी शासन में भी दे दी गई है.
3 साल के लिए केआरएमपीएल को दिया है संचालन का ठेका: उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने बताया, कि नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा ने 3 साल पहले नगर के सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और सभी सीवेज पंपिंग स्टेशनों के 15 साल के रखरखाव और संचालन के लिए 800 करोड़ से ज्यादा का ठेका के आरएमपीएल को दिया है.
कंपनी एसटीपी और एसपीएस के संचालन में लगातार लापरवाही कर रही है. जिससे आए दिन ही गंदा पानी गंगा में चला जाता था, लगातार इस मामले में कंपनी के अफसरों को नोटिस दी जा रही थीं.लेकिन, उन्होंने गंभीरता से संज्ञान नहीं लिया. ऐसे में अब उत्तर प्रदेश में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से 6.62 करोड रुपये जुर्माना की कार्रवाई भू राजस्व के तहत की गई है.
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