लखनऊः यूपी में भारी बारिश जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले चार दिनों तक अभी फिलहाल ऐसी ही बारिश जारी रहेगी. उधर, अत्याधिक बारिश के चलते कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर चली गईं. इससे कुशीनगर, बिजनौर समेत कई जिलों के गांव बाढ़ की चपेट में आ गए. बाढ़ में काफी फसलें डूब गईं. ग्रामीण घरों से पलायन कर रहे हैं. वहीं प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. वहीं, पीलीभीत में बाढ़ के कारण रेलवे ट्रैक ह बह गया.
बता दें कि 7 जुलाई को उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 8.2 के सापेक्ष 38.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो की सामान्य से 369 प्रतिशत अधिक है. वहीं 1 जून से 7 जुलाई तक अनुमान बारिश 142.7 मिली मीटर के सापेक्ष 193. 8 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो की 36% अधिक है.
7 जुलाई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 9 मिलीमीटर के सापेक्ष 47.5 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो की सामान्य से 427 प्रतिशत अधिक है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 7.2 मिली मीटर के सापेक्ष 25.6 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो की सामान्य से 256 प्रतिशत अधिक है.
आज इन इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी
बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर शामली में भारी बारिश हो सकती है। वही संभल, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, एटा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, कन्नौज हरदोई कानपुर देहात, जालौन झांसी, महोबा, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कानपुर नगर उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली ,प्रतापगढ़, कौशांबी, चित्रकूट, सुल्तानपुर, अयोध्या, गोंडा, बस्ती अंबेडकर नगर आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया कुशीनगर महाराजगंज गोरखपुर, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर,श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी में हल्की बारिश होने की संभावना है.
बीते 24 घंटे में इन जिलों में हुई भारी बारिश (मिमी.)
अंबेडकर नगर 27, अमेठी 23, अयोध्या 85,बहराइच 97, बलिया 61, बलरामपुर 109, बाराबंकी 31, बस्ती 201, चंदौली 31, देवरिया 26, फर्रुखाबाद 67, फतेहपुर 20, गोंडा 145, गोरखपुर 99, हरदोई 42, कन्नौज 27, कानपुर नगर 31, लखीमपुर खीरी 132, लखनऊ 58, महाराजगंज 56, मऊ 22, प्रतापगढ़ 26, संत कबीर नगर 55, ,श्रावस्ती 119, सिद्धार्थ नगर 64, सीतापुर 73 सुल्तानपुर 29, उन्नाव 26, वाराणसी 31, अमरोहा 32, बदायूं 56, बरेली 78, एटा 31, फिरोजाबाद 28, कासगंज 53, मैनपुरी 28, मेरठ 44, मुरादाबाद 57, रामपुर 36 सहारनपुर 60 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई. मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अतुल सिंह ने बताया कि सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्वी तथा पश्चिमी दोनों इलाकों में गरज चमक के साथ कही भारी तो कहीं मध्यम बारिश हो सकती है.
पीलीभीत में पुलिया बहने से रोका ट्रेन संचालन
पीलीभीत मैलानी जंक्शन रेलवे रूट पर शाहगढ स्टेशन व संडई हाल्ट के बीच सकरिया नाले के तेज बहाव के कारण एक पुलिया बीती रात पानी के तेज बहाव से बह गई. यह पुलिया रेलवे पोल संख्या 241/2 व 241/3 के बीच बताई गई है. पुलिया बहने से घटिया निर्माण की भी पोल खुल गई है, इसके चलते इस रूट की सभी ट्रेनों का संचालन रेलवे प्रशासन ने फिलहाल बंद कर दिया है. नई ट्रेनों के संचालन में भी बाधा पैदा हो गई है. पुलिया के निर्माण में काफी समय लगेगा. खटीमा पुल पर पानी बढ़ने से टनकपुर पीलीभीत रूट की ट्रेनें बंदइज्जत नगर मंडल की डीआरएम रेखा यादव ने बताया कि ट्रेन संचालन फिलहाल रुकवा दिया गया है. उन्होंने बताया कि खटीमा पुल पर पानी खतरे के निशान से अधिक होने के कारण पीलीभीत टनकपुर रूट पर भी ट्रेन संचालन बंद किया गया है.
बरेली में गौला बैराज से छोड़ा 16507 क्यूसेक पानी
बरेली में नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने पर गौला बैराज से 16507 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, मीरगंज इलाके तक लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है. कालागढ़ डैम से निकलने वाली जिले की सबसे बड़ी नदी रामगंगा में किच्छा, बहगुल और कोसी नदी मिलने के कारण बारिश में हर साल रामगंगा में उफान आता है और इसकी बाढ़ से आसपास बसे बहेड़ी मीरगंज के तीन सौ से ज्यादा गांव प्रभावित होते हैं. पहाड़ों पर कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है जिससे पहाड़ों से निकली नदियां उफान पर पर है. किच्छा बैराज में पानी बढ़ने पर रविवार को नदी में पानी छोड़ा गया है. किच्छा नदी एवं पश्चिमी बहगुल नदी में पानी बढ़ने पर प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया है. नदियों के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया गया है. तहसीलदार विशाल कुमार शर्मा ने भोलापुर शंखापुर जाकर निरीक्षण किया.
बुलंदशहर में डीएम ने किया गंगा घाट का निरीक्षण
बुलंदशहर में डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने लगातार पानी के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर गंगा घाट का निरीक्षण किया. बता दें कि बिजनौर बैराज से 1.40 लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है जिससे आगामी दिनों का गंगा जलस्तर बढ़ेगा. प्रशासन ने बाढ़ संभावित गांवों में बाढ़ चौकियां सक्रिय करने के साथ ही अन्य तैयारी को तेजी से पूरा करना शुरु कर दिया है.
महाराजगंज में ट्रैक्टर और ट्राली से निरीक्षण करने पहुंचे डीएम
महाराजगंज में डीएम अनुनय झा व पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने निचलौल क्षेत्र में झुलनीपुर बैराज और सोहगीबरवा क्षेत्र का निरीक्षण किया. डीएम एसपी ट्रैक्टर ट्राली से गांव सोहगीबरवा पहुंचे. दोनों अफसरों ने नदी के जलस्तर की जांच की. अधिशासी अभियंता सिंचाई द्वितीय ने बताया कि नेपाल की ओर से 04 लाख 41 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. निरीक्षण के दौरान नदी में 3.88 लाख क्यूसेक रिकार्ड किया गया था. नारायणी में जलस्तर बढ़ने पर अतिरिक्त जल सोहगीबरवा क्षेत्र में आने लगता है जिससे क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
बलरामपुर में 40 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में
बलरामपुर में 40 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. यहां राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. जिला प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. हरिहरगंज ललिया , मार्ग पर लोकहवा गांव के पास तीन फीट ऊंचाई तक बाढ़ का पानी भर गया है. जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने बताया की तुलसीपुर तहसील के 25 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है जबकि बलरामपुर तहसील के 16 गांव आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया की बाढ़ के खतरे को देखते हुए एक एसडीआरएफ की टीम बुला ली गई है तथा एक फ्लाड पीएसी की टीम तैनात कर दी गई है.
श्रावस्ती में बाढ़ ने मचाई तबाही, 25 गांवों में भरा पानी, दो लोग डूबे
श्रावस्ती: तेज बारिश के बाद जमुनहा, इकौना व भिनगा तहसील में बाढ़ का तांडव जारी है. नेपाल के कुसुम बैराज के जलस्तर को देखते हुए श्रावस्ती में जिला प्रशासन ने अलर्ट कर दिया है. नदी का जलस्तर सोमवार को 128. 200 सेमी पर बह रहा है जो खतरे के निशान से ऊपर है. वहीं, बाढ़ के बीच इकौना तहसील के ग्राम सेमगढ़ा के ग्राम पश्चिमी केवटन पुरवा में दो युवक बाढ़ में डूब गए. जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि लालजी (30) डेवा व चेतराम (40) के बाढ़ के दौरान तालाब में डूबने की सूचना रविवार की रात को मिली. एनडीआरएफ की टीम सोमवार प्रातः 05 बजे से ही रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी है. जिलाधिकारी ने बताया कि जमुनहा इकौना और भिनगा तहसील के 25 गांवों में पानी भरा है. इकौना भिनगा मार्ग पर महरौली के सड़क कट जाने से तेज बहाव के कारण प्रशासन ने बांस बल्ली लगाकर आवाजाही बंद कर दी है. बाढ़ में फंसे 22 गांवों के 253 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. 600 निराश्रित गोवंशों और 147 पशुओं को को भी सुरक्षित स्थान पर लाकर उनके चारे की व्यवस्था की गई है
सरयू नदी का जलस्तर वार्निंग लेवल पार, ग्रामीण क्षेत्रों में मचा हाहाकार
अयोध्याः पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण बीते 2 दिनों में सरयू नदी का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार कर गया है. सरयू नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा होने शुरू हो गए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में सदर तहसील के पूरा बाजार और मया ब्लॉक क्षेत्र समेत सोहावल रुदौली ग्रामीण इलाकों में तटीय क्षेत्रों में बाढ़ के खतरे का अंदाजा लगाते हुए ग्रामीणों को सुरक्षित करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है. अयोध्या की सरयू तट के किनारे नदी ने वार्निंग लेवल 91.730 मीटर को पार कर 91.950 तक पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग की माने तो प्रति घंटे 5 सेंटीमीटर नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। नदी का जलस्तर इसी प्रकार से बढ़ता रहा तो अगले कुछ दिनों में डेंजर लेवल क्रॉस कर ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा देगी। जिलाधिकारी की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में 12 से अधिक गांवों को चिन्हित किया गया है. बाढ़ क्षेत्र में खाद्यान्न वितरण सहित राहत बचाव के चौकियों को भी स्थापित कर ड्यूटियां लगा दी गई है.
तेज बारिश के कारण कई ट्रेनें रद्द, बसों से भेजे गए यात्री
बरेली के आसपास उत्तराखंड के इलाकों में कई दिनों से लगातार तेज बारिश हो रही है. बारिश का पानी पहाड़ों से होता हुआ नीचे मैदानी क्षेत्र में आ रहा है, जिसके चलते आम जनजीवन व्यस्त हो गया है. वहीं पूर्वोत्तर रेलवे इज्जत नगर मंडल की रेल लाइन भी बाधित हो गई हैं. बरेली इज्जत नगर पूर्वोत्तर रेलवे मंडल की डीआरएम रेखा यादव ने बताया कि कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पीलीभीत टनकपुर रेल मार्ग बाधित हुआ है. एक जगह पानी के तेज बहाव से रेल लाइन के नीचे बनी पुलियाकट गई है. खटीमा रेलवे स्टेशन और उसके बाहर पानी काफी बह रहा है. पीलीभीत खटीमा रेल मार्ग के बीच में बना एक बज पर पानी खतरे के निशान के पास बह रहा है. जिसके चलते टनकपुर से चलने वाली ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है. टनकपुर जाने वाली ट्रेनों को इज्जत नगर रेलवे स्टेशन पर रोक कर उनके यात्रियों को बस द्वारा भेजा जा रहा है. यादव ने बताया कि उत्तराखंड में भी तेज बारिश होने के चलते पहाड़ों से मैदानी इलाके में पानी आ रहा है जिसके चलते लाल कुआं और काठगोदाम रेलवे स्टेशन भी प्रभावित हुए हैं और रेल यातायात बाधित हो गया है. रेलवे लाइन और प्लेटफार्म पर पानी काफी तेजी के साथ बढ़ा है. सुरक्षा की दृष्टि से काठगोदाम से चलने वाली ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है. काठगोदाम जाने वाली गरीब रथ तीन तीन ट्रेनों को रुद्रपुर रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया. इस ट्रेन के यात्रियों को रुद्रपुर में ट्रेन से उतर कर 17 बसों के द्वारा काठगोदाम तक भेजा गया है.