गुरुग्राम/मेरठः उत्तर प्रदेश के शामली में सोमवार की रात एनकाउंटर के दौरान घायल यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई. इंस्पेक्टर सुनील ने बुधवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 2 बजकर 19 मिनट पर अंतिम सांस ली. मंगलवार को सुबह 4 बजे उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉ. आदर्श चौधरी के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम लगातार उनका इलाज कर रही थी.
डॉक्टरों के अनुसार गोली लगने के बाद गंभीर जख्म के कारण उनके शरीर से काफी खून बह गया था. सर्जरी के बाद भी वे रिकवर नहीं कर पाये. बता दें कि सुनील कुमार के पेट में तीन गोलियां लगी थीं, जिनमें से एक गोली उनके लीवर को पार कर पीठ में अटक गई थी. डॉक्टरों को ऑपरेशन के दौरान उनका गॉल ब्लडर निकालना पड़ा और बड़ी आंत का कुछ हिस्सा भी हटाना पड़ा. स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका.
मेदांता किया गया था रेफर: मुठभेड़ शामली के झिंझाना क्षेत्र में हुई. इस मुठभेड़ में यूपी एसटीएफ मेरठ के इंचार्ज इंस्पेक्टर सुनील कुमार पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. सुनील कुमार के हाथ और पेट में कई छर्रे लगे है. जिसकी वजह से वो गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल इंस्पेक्टर को रात 12:30 बजे के करीब करनाल के अमृतधारा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया. उनकी नाजुक हालत को देखते हुए रात करीब 2 बजे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया गया.
एनकाउंटर में 4 बदमाशों को किया था ढेरः बता दें कि झिंझाना क्षेत्र में हुए एनकाउंटर में एसटीएफ ने एक लाख के इनामी बाहड़ी माजरा सहारनपुर निवासी अरशद समेत चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया था. ये गिरोह लंबे समय से पुलिस के रडार पर था. इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस और अपराधियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई थी. इंस्पेक्टर सुनील कुमार इस मुठभेड़ में अग्रिम पंक्ति में रहकर ऑपरेशन को लीड कर रहे थे. इसी दौरान वे बदमाशों की गोली के शिकार हो गए थे. गंभीर रूप से घायल इंस्पेक्टर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था.