लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में सम्मिलित होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का निमंत्रण प्राप्त हुआ है. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस को बधाई देते हुए निमंत्रण स्वीकार किया. 16 फरवरी को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने के पश्चात अमेठी या रायबरेली में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए अपनी सहमति दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि आशा है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा प्रदेश में प्रवेश करके PDA की रणनीति से जुड़ेगी और हमारे सामाजिक न्याय और परस्पर सौहार्द के आंदोलन को और आगे ले जाएगी. INDIA की टीम और PDA की रणनीति, जीत का नया इतिहास लिखेगी.
भाजपा के बड़े बड़े दावे फ्लॉप : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के बड़े-बड़े दावों और उसके विज्ञापनों में भले ही प्रदेश की रंगीन तस्वीर दिखाई दे. लेकिन, हकीकत में तो विकास की जगह विनाश के ही दृश्य चारों तरफ बिखरे मिलते हैं. जनता भी जान गई है कि भाजपाई झूठ बोलने में अव्वल हैं और उनके दावे हवाहवाई से ज्यादा कुछ नहीं. अखिलेश यादव ने कहा कि पसमांदा मुस्लिमों के लिए हमदर्दी जताने का नया धंधा भाजपा ने शुरू तो कर दिया है. लेकिन, वास्तव में उनकी दशा-दिशा में सुधार की कोई उम्मीद नहीं है. दिखावे के लिए बुनकरों को फ्लैट रेट का वादा है पर भाजपाई गणित का अजूबा यह है कि 72 रुपये फ्लैट रेट पर पावरलूम की बिजली बढ़ाकर सीधे चार सौ रुपये कर दी है. आज पावरलूम पर बुनी जाने वाली साड़ी की लागत के सापेक्ष बाजार में साड़ी की कीमत कम है. इसलिए पावरलूम बेंचकर लोग पलायन कर रहे हैं. महंगाई और जीएसटी की मार से बुनकर परेशान हैं.
भाजपा सरकार ने सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने की दर्जनों बार घोषणाएं हो चुकी हैं. खुद मुख्यमंत्री भी सड़क यात्रा में इसका अनुभव एकाध बार कर चुके हैं. हर बार बजट में करोड़ों की राशि तय हो जाती है पर अब तक तारीख पर तारीख ही घोषित होती रही, लेकिन सड़कें गड्ढामुक्त नहीं हुईं. इस मद की धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है. मुख्यमंत्री प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत अच्छी होने का दावा करते थकते नहीं हैं. उनके अनुसार अपराधी यूपी छोड़कर भाग गए हैं या जेल में हैं तो रोजाना हत्याएं, चोरी, लूट और महिलाओं-बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाएं कैसे हो रही हैं. दरअसल अपराधियों के साथ भाजपा नेताओं की सांठगांठ से ही अपराध बढ़ रहे हैं. सरकारी आंकड़े ही बताते हैं कि यूपी में हिरासत में मौतों के मामले में और महिलाओं के प्रति अपराध के मामलों में अव्वल है. लिहाजा वे झूठे दावे कर लोगों को भटकाना चाहते हैं.