लखनऊ: विधान परिषद में पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर बड़ा हमला बोला. कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही पेपर लीक करवाती है ताकि उनको रोजगार न देने पड़ें.
लाल बिहारी यादव ने दावा किया कि जिस भर्ती में भारतीय जनता पार्टी दावा करती है कि 56 एसडीएम यादव थे अगर उसमें वह 56 एसडीएम यादव होने संबंधित श्वेत पत्र जारी कर दे तो मैं नेता प्रतिपक्ष और विधान परिषद सदस्य के पद से इस्तीफा दे दूंगा.
समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाते हुए पेपर लीक को लेकर सदन की कार्यवाही को रोककर चर्चा कराए जाने की मांग की थी. जिसमें समाजवादी पार्टी की ओर से डॉ. मान सिंह, आशुतोष सिंह, लाल बिहारी यादव व अन्य सदस्यों ने अपनी बात रखी. जिसमें सबसे बड़ी बात लाल बिहारी यादव ने कही. पुलिस कांस्टेबल भर्ती और अन्य भारतीयों का उल्लेख करते हुए पेपर लीक पर गंभीर आरोप लगाए गए.
लाल बिहारी यादव ने कहा कि अगर 2012 में एसडीएम भर्ती के मामले में भारतीय जनता पार्टी की ओर से आरोप लगाया जाता है कि 56 यादव कैंडिडेट चयनित हुए थे. अगर सरकार इस बात को श्वेत पत्र के माध्यम से साबित कर दे कि यह संख्या 56 थी तो मैं विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगा.
भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस संबंध में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मोर्चा संभाला. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि यह 56 यादव SDM की संख्या कहां से आई है. मगर मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि समाजवादी पार्टी की सरकार में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर एक जाति विशेष का नाम लिखकर आयोग कर दिया गया था. भर्तियों में जमकर मनमानी हुई थी. हाईकोर्ट तक ने इस बात को माना था. इसके बाद स्थगन प्रस्ताव को ना मंजूर कर दिया गया.