लखनऊ : नेपाल में राप्ती कुसुम बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से उत्तर प्रदेश के कई सीमावर्ती जिलों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है. जिसको लेकर संबंधित जिलों के जिलाधिकारी और राज्य सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. नागरिकों को सावधान रहने के लिए कहा गया है. इसके अलावा जिला प्रशासन भी जरूरी इंतजाम कर रहा है. नेपाल में जबरदस्त बारिश हो रही है. जिसका असर निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश पर भी नजर आएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संबंधित अधिकारियों को हर तरह की आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सख्त आदेश दिए हैं.
बलरामपुर के अपर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार की ओर से कहा गया है कि नेपाल में लगातार बारिश हो रही है. राप्ती कुसुम बैराज के गेट्स खोल दिए जाने की सूचना प्राप्त हुई है. जिससे जनपद में बाढ़ की संभावना बन रही है. जिसके बाद में तत्काल प्रभाव से सभी मेडिकल टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. जिला अस्पताल सहित समस्त सीएचसी और पीएचसी पर चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जा रही है. सभी आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करा ली जगई है. एन्टी स्नैक वेनम और एन्टी रेबीज इंजेक्शन की उपलब्धता सभी अस्पतालों में सुनिश्चित की जाएगी. एम्बुलेन्स सेवाओं का मुस्तैद रखा जाएगा.
जिला अस्पताल में स्थापित कन्ट्रोल रूम को शत-प्रतिशत सक्रिया रहने के निर्देश दिए गए हैं. राजस्व विभाग की ओर से बाढ़ शरणालयों पर मेडिकल टीमों की उपस्थिति सुनिश्चित कराईजा रही है. इसके अलावा पुलिस, पशुपालन, पंचायतीराज, बाढ़ खण्ड से समन्वय स्थापित किया जा रहा है. सीमावर्ती सभी जिलों में भी सतर्कता बरती जा रही है.
इधर,, प्रदेश के सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं. सिंचाई मंत्री ने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं. नेपाल से पानी छोड़े जाने की स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखी जाए. इसके अतिरिक्त नागरिकों को हर संभव राहत पहुंचाने का इंतजाम भी किया जाए और जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित किया जाए.
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