नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आने वाले महीनों में चार विदेशी कंपनियां दौरा करेंगी. यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 28 में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में चार कंपनियों ने निवेश की इच्छा जाहिर की है. कोविड-19 के दौरान फैली महामारी के कारण दवाओं की कमी को देखते हुए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस बनाने की योजना तैयार की गई थी.
दरअसल, मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश को बढ़ावा देने के लिए जापान के टोक्यो में मिड टेक सम्मेलन में यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन अनिल सागर और सीईओ अरुणवीर सिंह शामिल हुए थे. यह सम्मेलन 17 से 19 अप्रैल के बीच टोक्यो में हुआ था. इसमें विभिन्न कंपनियों के साथ 25 बैठकें की गई. इनमें भारत में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया गया. इसके बाद चार कंपनियों ने निवेश में रुचि दिखाते हुए आगामी माह में भारत का दौरा करने की सहमति दी है. जिसके बाद वह यहां पर निवेश के लिए प्राधिकरण के साथ एमओयू साइन करेंगी.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मिशन मिडटेक और फार्म एग्जीबिशन का आयोजन जापान के टोक्यो में किया गया था जहां पर यमुना प्राधिकरण ने अपना काउंटर लगाया था. इस दौरान वहां पर 25 कंपनियों के साथ भारत में निवेश के लिए बैठकें की गई. इनमें से चार कंपनियों ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश करने के लिए सैद्धांतिक सहमति दी. इसके तहत 12 जून से लेकर 21 जून के बीच में कंपनियां मेडिकल डिवाइस पार्क का दौरा करेंगी.
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उत्तर प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर 28 में बनाया जा रहा है. मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए साढे़ 300 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है. इस मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन सेंटर भी विकसित किया जा रहा है. यहां पर आने वाली कंपनियों को तमाम सुविधाएं भी दी जा रही है. इससे निवेश को बढ़ावा मिल रहा है. वहीं रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं.