लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के एक बयान पर विधानसभा के बजट सत्र के 5वें दिन सोमवार को भारी हंगामा हो गया. समाजवादी पार्टी की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देने के बाद ब्रजेश पाठक ने सपा विधायकों से कहा कि आप लोग नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की बात बहुत मानते हो. क्या नेताजी की वह बात मानोगे कि लड़के हैं लड़कों से गलतियां हो जाती हैं.
इतना सुनते ही सदन में जमकर हंगामा हो गया. समाजवादी पार्टी के विधायक हंगामा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आसन के सामने वेल में आ गए. इन लोगों ने जमकर कर शोर शराबा किया. इसी दौरान पूरा प्रश्न काल समाप्त हो गया. कई अन्य सूचनाएं बिना विपक्ष के प्रतिवाद के ले ली गईं. आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को दोपहर 2:00 तक के लिए स्थगित कर दिया.
ब्रजेश पाठक को प्रश्नकाल के दौरान आज विपक्ष के अनेक सवालों का सामना करना था. प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर बदहाली का आरोप लगाते हुए विपक्ष सवाल ब्रजेश पाठक से पूछ रहा था. जिनमें से पहले का ही जवाब स्वास्थ्य मंत्री दे चुके थे. जिसके अंत में हंगामा शुरू हुआ. पाठक ने अपनी पूरी बात की.
उन्होंने बताया कि किस तरह से उत्तर प्रदेश में गरीबों को निशुल्क इलाज दिया जा रहा है. लगभग 5.25 करोड़ आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं. जिनके जरिए 5 लख रुपए तक का सुनिश्चित इलाज गरीबों को मुफ्त दिया जा रहा है. सरकारी अस्पताल में भी मुफ्त इलाज मिल रहा है.
समाजवादी पार्टी की ओर से यह मांग भी उठाई गई कि निजी अस्पतालों में गरीबों को निशुल्क इलाज मिले. इसके अतिरिक्त वहां जो भी शुल्क है उनको तय किया जाए. इस पर पाठक ने तंज कसा, बोले-पहले समाजवादी पार्टी के विधायकों के जो अस्पताल हैं वहां यह व्यवस्था लागू कर दी जाए. हम बाकी में कर देंगे. इसके बाद कहा कि आप लोग नेताजी की बात बहुत करते हैं उनकी बातें बहुत मानते हैं. क्या वह वाली बात भी मानोगे कि लड़के हैं लड़कों से गलतियां हो जाती हैं.
यह बयान सुनते ही समाजवादी पार्टी के विधायक बिफर पड़े. वे सभी अध्यक्ष सतीश महाना के आसन के सामने वेल में आ गए. उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी. पहले स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करो स्वास्थ्य मंत्री माफी मांगों के नारे लगाए गए. बाद में अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया. जिस पर अध्यक्ष सतीश महाना ने विधायकों को चेतावनी दी. इसके बावजूद शोर शराबा बंद नहीं हुआ. इसके विपरीत विधायक खड़े होने के स्थान पर जमीन पर बैठकर नारेबाजी करने लगे.
इस बीच में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वे कुछ देर के लिए सदन को स्थगित कर दें. विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय से कहा कि क्या वे राज्यपाल के अभिभाषण पर अपनी कोई राय रखना चाहते हैं. अगर ऐसा है तो वह अपने सदस्यों से कहें कि वे नारेबाजी बंद कर दें.
जिस पर माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक लगातार सदन में इस तरह की बातें बोलते हैं जिससे वे विपक्ष के सदस्यों का अपमान करने का प्रयास करते हैं. पिछले दिनों स्वास्थ्य संबंधी सवाल पर उन्होंने सपा विधायक महबूब अली पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो जाएंगी मगर खुद की नियामत यानी आबादी कब कम की जाएगी.
ऐसे ही उन्होंने आज मुलायम सिंह यादव के लिए कहा, जो न तो इस सदन के सदस्य हैं और ना ही अब इस दुनिया में हैं, उन पर अपमानजनक टिप्पणी की है. अध्यक्ष सतीश महान ने कहा कि इसका मतलब है कि वह अभिभाषण पर नहीं बोलना चाहते हैं. सतीश महाना ने कहा कि अगर वह नहीं बोलना चाहते हैं तो दोपहर 2:00 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने विचार रखेंगे. इसलिए 2:00 तक सदन स्थगित कर दिया गया.
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