नूंह: हरियाणा के नूंह में लोगों के लिए अच्छी खबर है. केंद्र सरकार ने नूंह वासियों की दशकों साल पहले की गई मांग को पूरा करने का फैसला लिया है. नूंह जिले के नगीना खंड के नांगल मुबारिकपुर गांव में करीब 172 एकड़ भूमि में यूनिवर्सिटी बनाने की घोषणा जल्द ही कर सकती है. हरियाणा के तीन जिलों में यूनिवर्सिटी नई शिक्षा नीति के तहत बनाई जाएगी. जिसमें नूंह, अंबाला, पानीपत जिले शामिल हैं. जैसे ही यह खबर इलाके के लोगों को पता चली तो इलाके में खुशी की लहर है.
इलाके में खुशी की लहर: दरअसल, लंबे समय से यूनिवर्सिटी की मांग कर रहे सामाजिक संगठनों, शिक्षाविदों एवं राजनेताओं तक ने केंद्र व राज्य सरकार की इस पहल का स्वागत किया है. नांगल मुबारिकपुर गांव के सरपंच अजहरुद्दीन ने तो यहां तक कहा कि वह सरकार की इस बड़ी परियोजना का स्वागत करते हैं और उनके गांव में यह यूनिवर्सिटी बननी चाहिए. जिसके लिए उन्होंने ज़मीन पहले ही दी हुई है. आरटीआई व सामाजिक कार्यकर्ता राज़ुद्दीन जंग ने कहा कि नांगल मुबारिकपुर ग्राम पंचायत ने वर्ष 2019 में यूनिवर्सिटी बनाने के लिए ग्राम पंचायत से 172 एकड़ भूमि का रेज्युलेशन पास किया था. इसके बाद यहां पर कई दौरे भी हुए हैं.
2025 में मिलेगी सौगात!: उनके मुताबिक फीजिबिलिटी भी यहां सही पाई गई है. नूंह जिले को जो यूनिवर्सिटी मिलने जा रही है, वह नांगल मुबारिकपुर गांव में बननी चाहिए. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी बनने से हरियाणा और राजस्थान दो राज्यों के लोगों को फायदा होगा. युवाओं का कहना है कि विवि न होने और इलाके के लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने से बच्चे पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं. नीति आयोग की सूची में भी यह जिला पिछड़े जिलों की सूची में शामिल है. केंद्र और राज्य सरकार जिले को ऊपर उठाने के लिए 2025 में विवि की सौगात दे सकती है.
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