कोटा: दशहरा मेले के साथ-साथ कोटा शहर के अलग-अलग इलाकों में होने वाली रामलीलाएं और रामकथा के लिए इस बार नगर निगम ने बजट रोक दिया है. इस मामले पर कांग्रेस लगातार हमलावर हो रही है. महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम के नेतृत्व में लगातार कांग्रेस मांग कर रही है कि रामलीलाओं के लिए बजट जारी किया जाए.
राखी गौतम का कहना है कि राम के नाम पर वोट मांगे जाते हैं, लेकिन रामलीलाओं का बजट रोक देना भाजपा के दोहरे चरित्र को दिखाता है. इसी मामले को लेकर आज अनोखा प्रदर्शन भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया. रामलीलाओं में भगवान राम और माता सीता का अभिनय करने वाले पात्रों को उन्हीं की वेशभूषा में लेकर आए. यह लोग झंडा, बैनर तख्तियां लिए गोदावरी धाम पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इन्होंने वहां पर हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया. साथ ही रामलीला के लिए बजट जारी करने की मांग की है.
राखी गौतम का कहना है कि रामलीलाओं के बजट को रोक देने की बात हर सनातनी तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. यह भगवान राम की आस्था के साथ ही खिलवाड़ किया गया है. महिला कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शालिनी गौतम ने कहा कि भाजपा के सांसद विधायक और नगर निगम के चुनाव में भी राम के नाम पर वोट मांगते हैं, लेकिन यहां पर भगवान राम की मर्यादा और पूरी गाथा बताने के लिए आयोजित होने वाली रामलीलाओं पर रोक लगाई गई है. यह पूरी तरह से निंदनीय है. कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष जोगेंद्र वीरवाल का कहना है कि हम रामलीला से जुड़े हुए सभी सामाजिक संगठनों को एकत्रित करेंगे और उग्र आंदोलन भी करेंगे. हमारे सनातन धर्म के खिलाफ बीजेपी काम कर रही है.