बागपत : बागपत जनपद के किशनपुर बराल गांव से बच्चे को मंदिर में दान देने का मामला सामने आया है. मन्नत पूरी होने की खुशी में दंपती ने अपने नौ महीने के बच्चे को मंदिर में दान कर दिया. बेटे को मंदिर में दान करने के अवसर पर यहां भंडारा भी आयोजित किया गया. माता-पिता अपने आप को भाग्यशाली बता रहे हैं.
किशनपुर बराल गांव में बने रामताल में बाबा महावीर गिरि गोपाल गिरि मंदिर के महंत प्रयागराज गिरि ने बताया कि कंडेरा की रहने वाली मीनाक्षी देवी ने मंदिर में पौत्र की मनोकामना मांगी थी. मीनाक्षी देवी ने मनोकामना थी कि अगर पोता हुआ तो वह उसे मंदिर में सेवा करने के लिए दान कर देंगी. मनोकामना के पूरे हो जाने के बाद उन्होंने अपने 9 माह के पोते को मंदिर को दान कर दिया है.
महंत प्रयागराज गिरि ने बताया कि इस दौरान मीनाक्षी देवी ने अपने पोते को धूने पर रखकर दान दिया. इसके साथ ही इस रस्म को पूरा करने और बच्चे का नामकरण करने के लिए मंदिर में भंडारे का आयोजन भी किया गया. जिसके बाद से बालक का नामकरण किया गया. बालक का नाम रामगोपाल गिरि रखा गया है. उन्होंने कहा कि अब इस बालक को बाबा रामगोपाल गिरि नाम से बुलाया जाएगा. फिलहाल बच्चे की सेवा की जिम्मेदारी उसके माता-पिता को दी गई है. बच्चा जब तक मां का दूध पान करेगा तब तक वह अपने माता-पिता के पास ही रहेगा. बच्चे के दो साल पूर्ण होने पर बालक मंदिर में आ जाएगा. महंत के अनुसार यही बच्चा मंदिर की गद्दी का वारिस भी होगा. वहीं बालक के माता-पिता का कहना है कि बेटे को मंदिर में दान करके हम अपने आपको भाग्यशाली समझते हैं.
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