जोधपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इन दिनों उन पर जलशक्ति मंत्री होते हुए भी लोकसभा क्षेत्र में पीने का पानी नहीं पहुंचने के आरोपों से काफी आहत हैं. कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उचियारड़ा उन पर हर दिन आरोप लगा रहे हैं. यही कारण है कि भाजपा के लोग भी उचियारड़ा के साथ सुर मिलाने लगे हैं. इससे गजेंद्र सिंह काफी व्यथित दिखे. शुक्रवार को पोकरण क्षेत्र में उन्होंने राजपूत बाहुल्य गांवों में अपनी पीड़ा जताई.
क्षेत्र के अजासर गांव में शेखावत ने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार तो मेरे पर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं की गजेंद्र सिंह पानी का मंत्री होते हुए भी पानी नहीं ला पाया. मुझे दुख इस बात का होता है कि हमारे लोग भी खड़े होकर उनके साथ मिलकर उनकी भाषा बोल रहे हैं और मेरे मुंह पर कालिख पोत रहे हैं. शेखावत ने लोगों के सामने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा कि मैं क्या करता अशोक गहलोत सरकार मेरे पीछे पड़ी थी. मुझे लटकाना चाहती थी. मुझे फंसाने के लिए वकीलों पर 40 करोड़ रुपए खर्च कर दिए. मैंने भी पांच साल संघर्ष किया. विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले तक अशोक गहलोत मुझे जेल भेजने में लगे थे.
अपने लोग ऐसा करेंगे तो मेरा सरंक्षण कौन करेगा: शेखावत ने कहा कि मैं पूरे 10 साल तक लगातार अपने लोगों के लिए काम किया. मेरे घर कोई भी व्यक्ति आया तो उसकी बात सुनी. जितना हो सका काम करवाने का प्रयास भी किया. आज कोई भी बच्चा और लोग मेरे बारे के लिख रहे हैं कोई उनको रोक नहीं रहा है. अशोक गहलोत लगातार मेरे पीछे पड़े हुए थे. मैंने भी पूरा संघर्ष किया लेकिन अब अपने लोग उनकी भाषा बोलने लगे तो मेरा सरंक्षण कौन करेगा? इसलिए आज यह बाते आपसे कह राह हूं.
इस सरकार में मेरी बात कोई नहीं टाल सकता : शेखावत में पानी की बात पर कहा मैं राजस्थान सरकार को हजारों करोड़ का बजट जारी किया लेकिन सरकार ने काम नहीं किया तो मैं क्या करूं? केंद्र सरकार की भी सीमाएं होती है जल का विषय राज्य सरकार का है उनका काम करना था लेकिन उन्होंने काम नहीं किया घोटाले किए. अब हमारी सरकार आ गई है. मैं सभी विश्वास दिलाता हूं कि सारे काम होंगे.