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यूपी के कक्षा तीन से आठ तक के सरकारी स्कूल में अब एक जैसे ही पेपर होंगे

प्रदेश में कक्षा तीन से आठ तक के विद्यार्थियों के लिए अब (government schools of UP) प्रदेश भर के प्राइमरी, अपर प्राइमरी तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में एक समान और एक जैसे प्रश्न पत्र होंगे. परीक्षाओं में एकरूपता लाने के उद्देश्य से सरकार यह कदम उठाने जा रही है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 13, 2024, 6:43 AM IST

लखनऊ : मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षा में इस बार प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय, उच्च प्राथमिक विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, राजकीय विद्यालय व सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज में कक्षा 3 से 8 तक में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब एक समान प्रश्न पत्र से परीक्षा कराई जाएगी. अभी तक प्राथमिक विद्यालयों में ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न पत्र लिखकर परीक्षा कराई जाती है, लेकिन अब महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने इसमें बदलाव कर सभी कक्षा तीन से आठ तक के छात्राओं को प्रश्न पत्र के माध्यम से वार्षिक व अर्धवार्षिक परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं. यह नियम वार्षिक परीक्षाओं से लागू हो जाएगा. महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि वार्षिक व अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के प्रश्न पत्र को तैयार करने की जिम्मेदारी राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को सौंपी गई है.



चार प्रकार के मॉडल पेपर करने होंगे तैयार : एससीईआरटी मार्च में होने वाले वार्षिक परीक्षाओं के लिए चार प्रकार के मॉडल प्रश्न पत्र तैयार करेगा. इसके बाद यह सभी प्रश्न पत्र बेसिक शिक्षा विभाग को सौंप दिए जाएंगे. इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग उनमें से किसी एक मॉडल पेपर का चयन कर उसे सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से जिलों के सभी विद्यालयों तक पहुंचाया जाएगा. मौजूदा समय में विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में प्रश्न पत्र तैयार होते थे और उसी से छात्रों की परीक्षा कराई जाती थी. बहुत से विद्यालयों में तो ब्लैक बोर्ड पर ही प्रश्न लिखा जाता था फिर उसे देखकर छात्र अपनी कॉपी में उसका उत्तर लिखते थे. ऐसे में कई बार प्रश्न लिखने में गलतियां होने के साथ ही शिक्षक अपने मन से ही प्रश्न पूछकर परीक्षा कर लेते थे. पहली बार बेसिक शिक्षा विभाग आने वाली वार्षिक परीक्षाओं में कक्षा 3 से 8 तक के लिए अलग-अलग कक्षाओं के लिए एक समान प्रश्न पत्र छाप कर स्कूलों को भेजने जा रहा है.

महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुसार इस बार कक्षा एक और दो में लिखित की जगह मौखिक परीक्षाएं होंगी. वहीं प्राइमरी, अपर प्राइमरी, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 11 मार्च से वार्षिक परीक्षा कराने की घोषणा की गई है.

यह भी पढ़ें : स्कूल में बच्चों के सामने डीएम बने गुरुजी, पूछे कई सवाल, शिक्षकों से बोले- लोकल भाषा में समझाएं

लखनऊ : मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षा में इस बार प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय, उच्च प्राथमिक विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, राजकीय विद्यालय व सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज में कक्षा 3 से 8 तक में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब एक समान प्रश्न पत्र से परीक्षा कराई जाएगी. अभी तक प्राथमिक विद्यालयों में ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न पत्र लिखकर परीक्षा कराई जाती है, लेकिन अब महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने इसमें बदलाव कर सभी कक्षा तीन से आठ तक के छात्राओं को प्रश्न पत्र के माध्यम से वार्षिक व अर्धवार्षिक परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं. यह नियम वार्षिक परीक्षाओं से लागू हो जाएगा. महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि वार्षिक व अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के प्रश्न पत्र को तैयार करने की जिम्मेदारी राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को सौंपी गई है.



चार प्रकार के मॉडल पेपर करने होंगे तैयार : एससीईआरटी मार्च में होने वाले वार्षिक परीक्षाओं के लिए चार प्रकार के मॉडल प्रश्न पत्र तैयार करेगा. इसके बाद यह सभी प्रश्न पत्र बेसिक शिक्षा विभाग को सौंप दिए जाएंगे. इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग उनमें से किसी एक मॉडल पेपर का चयन कर उसे सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से जिलों के सभी विद्यालयों तक पहुंचाया जाएगा. मौजूदा समय में विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में प्रश्न पत्र तैयार होते थे और उसी से छात्रों की परीक्षा कराई जाती थी. बहुत से विद्यालयों में तो ब्लैक बोर्ड पर ही प्रश्न लिखा जाता था फिर उसे देखकर छात्र अपनी कॉपी में उसका उत्तर लिखते थे. ऐसे में कई बार प्रश्न लिखने में गलतियां होने के साथ ही शिक्षक अपने मन से ही प्रश्न पूछकर परीक्षा कर लेते थे. पहली बार बेसिक शिक्षा विभाग आने वाली वार्षिक परीक्षाओं में कक्षा 3 से 8 तक के लिए अलग-अलग कक्षाओं के लिए एक समान प्रश्न पत्र छाप कर स्कूलों को भेजने जा रहा है.

महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुसार इस बार कक्षा एक और दो में लिखित की जगह मौखिक परीक्षाएं होंगी. वहीं प्राइमरी, अपर प्राइमरी, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 11 मार्च से वार्षिक परीक्षा कराने की घोषणा की गई है.

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