बलरामपुर: रामानुजगंज जिला जेल में विचाराधीन कैदी की शुक्रवार सुबह मौत हो गई. इसकी सूचना के बाद हड़कंप मच गया है. इस मामले में परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी राजकुमार बुनकर के सीने में अचानक दर्द शुरू हुआ. इसके बाद जेल में ही उसे दवा दी गई. हालांकि हालत में सुधार नहीं हुआ. राजकुमार बेहोश हो गया. इसके बाद जेल प्रशासन ने उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
विचाराधीन बंदी की मौत से हड़कंप: इस बारे में रामानुजगंज जिला जेल के जेलर वाल्मीकि ध्रुव ने बताया कि, "मृतक राजकुमार दुष्कर्म के मामले में पिछले साल सात जुलाई से जेल में बंद था. शुक्रवार सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद जेल में दवा दी गई. हालांकि उसकी तबीयत में कोई सुधार न होने पर उसे अस्पताल लाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने कैदी को मृत घोषित कर दिया.मृतक राजकुमार बुनकर धारा 376 के मामले में रामानुजगंज जेल में पिछले साल सात जुलाई से विचाराधीन बंदी था."
परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप: मृतक राजकुमार बुनकर के परिजनों ने जेल प्रशासन के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक के भाई ने कहा कि, "कुछ दिनों पहले ही पेशी के दौरान राजकुमार से मुलाकात हुई थी. वह बीमार भी नहीं था, तो अचानक उसकी मौत कैसे हो गई? हम लोगों ने बीते सोमवार को पेशी के दौरान मृतक राजकुमार से मुलाकात की थी. वह पूरी तरह से स्वस्थ थे. उन्हें पहले से कोई बिमारी नहीं थी. उनकी हत्या की गई है. जेल प्रशासन की लापरवाही है. हम लोगों को न्याय चाहिए."
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासा: फिलहाल इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि, "मौत का कारण हार्ट अटैक हो सकता है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा." बता दें कि ये पहला मामला नहीं है, जब किसी कैदी की मौत हुई हो. इन दिनों लगातार छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिला जेलों में कैदियों की अचानक मौत की खबरें सामने आ रही है. तकरीबन सभी मामले में जेल प्रशासन पर आरोप भी लग रहे हैं.